प्रश्न पत्र सेट डी
प्रश्न 1- भारत की फीडर एयर लाईन (डी ) एयर इंडिया है ।
२- रावी
३- ३०८२५२
४-मालवा
५- विटामिन सी
६- हीराकुंड
७- क्लोरोफिल
८-राष्ट्रिय हिंदी दिवस
९- चंदेल
१०- ५०
११-महात्मा गाँधी
१२-महू
१३-कोंग्रेस सोशलिस्ट पार्टी
१४- मध्य प्रदेश
१५- कोल्हापुर-महाराष्ट्र
१६ -जैसलमेर
१७-१ नवम्बर २०००
१८-बेकिंग सोडा
१९- आर० बी० आइ० (इस प्रश्न का अंग्रेजी रूपांतरण सही है )
२०- डॉ राजेंद्र प्रसाद
२१- ४०
२२- २५१८९२३
२३- एल एल ऐ एम् एस
२४- ४ या ५
२५ -२१
२६-३० डिग्री
२७- कोलंबस
२८- चन्द्रगुप्त मौर्य
२९- बैरिस्टर जिन्ना ( इस प्रश्न के सभी विकल्प गलत है , परन्तु दिए विकल्पों में यही ज्यादा सही है )
३०-५ लीटर
३१-मार्कोनी
३२- अरविन्द घोष
३३- खान अब्दुल गफ्फार खान
३४- ७० %
३५- पंडित जवाहर लाल नेहरु
३६- १२ वोल्ट
३७- १.३ सेकण्ड
३८-माईकल फैराडे
३९- राजा हरिश्चंद्र
४०- फारेन्हाईट
४१- ५ जून २००१
४२-अर्जुन सिंह
४३- मध्य प्रदेश
४४-मध्य प्रदेश
४५- पांच
४६ - श्री हरिकोटा
४७ - मध्य प्रदेश
४८- अरुणांचल प्रदेश
४९-आन्ध्र प्रदेश
५० -राजस्थान
51- राज्य सभा
५२- १/३
५३-अनु० ३५६
५४-राष्ट्रपति
५५-५
५६- सामा० तथा आर्थिक लोकतंत्र के बिना
५७- २५०० किमी
५८- २८
५९- इसरो
६०- बांगलादेश
६१-अकबर
६२- बिहू
६३- १४ वर्ष
६४ -बर्तन
६५- कश्मीर
६६- दक्षिण के पठार
६७- महाराष्ट्र
६८- १९६२
६९- ७४६
७०- सोयाबीन
७१- जॉन लोगी बायर्ड
७२- सलीम दुर्रानी
७३- पोलो
७४- तैराकी
७५- १.६०९
७६- ८० से १२०
७७- २३
७८- एस टी यु
७९- डायमीटर
८०- ५० मिनट
८१- ३८ वर्ष
८२- ग्रीन
८३-६४
८४- १२०
८५- २७
८६- ५७
८७- १३
८८- उदारीकरण
८९- प्रति व्यक्ति आय
९०- १ वर्ष
९१- कृषि क्रांति से
९२- उपर्युक्त सभी
९३- सीमेंट
९४- नियोजन
९५- ५ जून
९६- सरदार पटेल
९७- जबलपुर
९८- ब्रम्ह समाज
९९- प्रार्थना समाज
१००- २५ वर्ष
लक्ष्य नामक इस ब्लॉग वेब साईट का लक्ष्य उन सभी लोगो की सहायता करना है , जो प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी तो करना तो चाहते है , पर किसी कारणवश मार्गदर्शन के आभाव या समय के आभाव में तैयारी नही कर पाते है ।ऐसे सभी प्रतियोगियों की सहायता करना ही इस वेबसाइट का लक्ष्य है । आपकी सफलता में हमारी सहायता ही हमारा लक्ष्य
गुरुवार, 29 सितंबर 2011
शुक्रवार, 16 सितंबर 2011
क्या पढना चाहिए से ज्यादा महत्वपूर्ण है क्या नही पढना चाहिए !!!

अक्सर मुझसे बहुत से प्रतियोगी ये शिकायत करते है कि मैं पढता तो बहुत हूँ , मगर मुझे सफलता नही मिलती है ! ये एक बहुत ही आम परेशानी है , जो अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी करने वाले प्रतियोगियों के साथ आती है । एक बात यहाँ मैं ये कहना चाहूँगा कि बहुत ज्यादा पढने से कभी सफलता नही मिलती है । बल्कि हम कम पढ़े लेकिन वो महत्पूर्ण और सही होना चाहिए । अक्सर लोग गलती ये करते है कि वो पढ़ते तो बहुत है , लेकिन उसमे से बहुत कुछ उतना महत्वपूर्ण नहीं होता या परीक्षा के सिलेबस से ही बाहर का होता है । और हम कितना भी पढ़ ले मगर वो हमरे किसी काम का नही होता है ।
ये बात बिलकुल उसी तरह से है कि अगर एक आदमी दिवार में उलटी कील पकड़ कर उसे गाड़ने का भरपूर प्रयास कर रहा है , अब वो चाहे जितना प्रयास करे क्या वो कील को दीवार में गाड़ पायेगा ? नही न !!
इसी तरह अगर हम प्रतियोगी परीक्षाओ कि तैयारी करते समय अगर सही दिशा में प्रयास नही करेंगे तो हम कितनी भी मेहनत कर ले मगर हमें सफलता नही मिल सकती है । सफलता के लिए हमें सही दिशा में , सही समय पर , सही तरीके से परिश्रम करना होगा ।
अब प्रश्न उठता है कि हमें कैसे पता चले कि हम सही दिशा में है या गलत दिशा में ?
इस प्रश्न के जवाब के लिए हमें सबसे पहले परीक्षा के सिलेबस को समझना होगा , फिर हमें पुराने प्रश्न पत्रों कि सहायता से प्रश्नों कि रूप रेखा को समझना होगा कि किस तरह के प्रश्न पूछे जाते है ? किस तरह के प्रश्न अधिक आते है ?
जब हम परीक्षा के प्रश्नों के स्वरुप को सही तरीके से समझ लेते है तो हमरा काम बहुत आसान हो जाता है । और अपने सिलेबस के उस भाग पर फ़ालतू मेहनत करने से बच जाते है जिससे बहुत कम प्रश्न आते है या आते ही नही है । इसके साथ हमें ये भी पता चल जाता है , कि सिलेबस के किस टोपिक से ज्यादा प्रश्न आते है । और किस तरह से प्रश्न आते है । और हम अपनी तैयारी उसी तरह से सही दिशा में करना शुरू कर सकते है ।
आपकी सफलता कि शुभ कामनाओ के साथ .........
आपका ही मुकेश पाण्डेय 'चन्दन'
बुधवार, 14 सितंबर 2011
सामान्य हिंदी की तैयारी कैसे करे ...१

आज हिंदी लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षायो में अनिवार्य होती जा रही । मगर हिंदी माध्यम के प्रतियोगी इसे सरल और सामान्य समझने की भूल करके उसे ज्यादा अच्छे तरीके से नही पढ़ते है । मगर हिंदी इतनी आसानभी नही जितना हम समझते है । आम बोल चाल की हिंदी और परीक्षा में पूछी जाने वाली सामान्य हिंदी में बहुत अंतर होता है । अगर हिंदी में हम कुछ छोटी- छोटी बातों का ध्यान रखे तो हिंदी न केवल सरल हो जाएगी बल्कि ये परीक्षायो में हमारे अंको में भी बेतहाशा वृद्धि कर सकती है । चूँकि हिंदी का पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन , गणित और तर्कशक्ति आदि की अपेक्षा सीमित होता है , तो यह जल्दी और अच्छे से तैयार तो होगा ही और हमारे अंको को ज्यादा बढ़ाएगा ।
अब आइये देखे कैसे हम हिंदी में अपने अंको को बढ़ा सकते है , और हिंदी सरल तरीके से पढ़ सकते है ।
# हिंदी व्याकरण पढ़ते समय हमें यह ध्यान रखना होगा की हम व्याकरण के नियमो को समझने के बाद जितना ज्यादा उनका वाक्य प्रयोग करेंगे वो हमें उतने ही ज्यादा समझ में आयेंगे । हाँ जब नियमो के अनुसार वाक्य प्रयोग करते है, तो कोशिश करें कि वाक्य किताबी न होकर मौलिक हो और रोचक हो ।
# पर्यायवाची, विलोम , अनेक शब्दों के लिए एक शब्द , समोच्चारित शब्द , विदेशज शब्दों को याद करने के लिए उनसे जुडी उन बातों से जोडें जिन्हें पहले से जानते है । जैसे -
पर्यायवाची शब्दों के लिए-
अगर हम ' पानी ' के पर्यायवाची को याद करते है :
जल, नीर , अम्बु, पय, वारि , सलिल
जल के पर्यायवाची याद होने के बाद हम इसका सम्बन्ध बादल , कमल और समुद्र से जोड़ सकते है । जैसे :- पानी के पर्यायवाचियो में 'द' जोड़ने से बादल के पर्यायवाची बन जायेंगे - जलद, नीरद , वारिद
'ज ' जोड़ने से कमल के पर्यायवाची हो जायेंगे - जलज , अम्बुज , वारिज , नीरज
' धि या दी' जोड़ने से समुद्र के पर्यायवाची होंगे - जलधि , वारिधि , नीरधि
क्रमश :
गुरुवार, 8 सितंबर 2011
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग २००९ की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित !!

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा २००९ की दिसंबर २०१० में आयोजित परीक्षा का परिणाम अपनी वेबसाइट पर घोषित कर दिया है । सभी सफल प्रतियोगी का साक्षात्कार ८ दिसंबर से प्रारंभ होंगे । सागर से अभी तक की जानकारी के अनुसार मुकेश पाण्डेय , वर्षा शर्मा , चन्द्र प्रकाश पटेल , हेमलता पटेल , शिवेंद्र त्रिवेदी , अनुराग तिवारी , राज़दा खान , विवेक पाण्डेय , विवेक घारू आदि का चयन मुख्य परीक्षा में हो गया है । इनमे से अधिकांश लोग लक्ष्य से जुड़े हुए है । इन सभी को इस सफलता पर लक्ष्य परिवार की ओर से बहुत बहुत शुभकामनाये और बधाई!!!
मंगलवार, 6 सितंबर 2011
संविदा शाला पात्रता परीक्षा श्रेणी -१
मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा संविदा शाला पात्रता परीक्षा श्रेणी -१
व्यापम द्वारा आयोजित इस परीक्षा के पात्र प्रतियोगी पूरे मध्य प्रदेश में शिक्षको के खाली १५०० पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे । इस बार पात्रता परीक्षा के नियमो में कुछ परिवर्तन किये गये है ।
अभ्यर्थियों के लिए योग्यता - सम्बद्ध विषय में स्नातकोत्तर उपाधि के साथ ही बी० एड ० या समकक्ष
पद - १५००
वेतन - ९००० रु०
आवेदन करने की तिथि - ९ सितम्बर २०११ से ७ अक्तूबर २०११ (ऑनलाइन )
परीक्षा शुल्क - ५०० रु० (सामान्य वर्ग हेतु )
२५० (आरक्षित वर्गों के लिए )
५० रु० ऑनलाइन कियोस्क शुल्क अतिरिक्त
# ऑनलाइन आवेदन पात्र के साथ कोई भी प्रमाण पत्र /दस्तावेज संलंग नही करना है ।
व्यापम द्वारा आयोजित इस परीक्षा के पात्र प्रतियोगी पूरे मध्य प्रदेश में शिक्षको के खाली १५०० पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे । इस बार पात्रता परीक्षा के नियमो में कुछ परिवर्तन किये गये है ।
अभ्यर्थियों के लिए योग्यता - सम्बद्ध विषय में स्नातकोत्तर उपाधि के साथ ही बी० एड ० या समकक्ष
पद - १५००
वेतन - ९००० रु०
आवेदन करने की तिथि - ९ सितम्बर २०११ से ७ अक्तूबर २०११ (ऑनलाइन )
परीक्षा शुल्क - ५०० रु० (सामान्य वर्ग हेतु )
२५० (आरक्षित वर्गों के लिए )
५० रु० ऑनलाइन कियोस्क शुल्क अतिरिक्त
# ऑनलाइन आवेदन पात्र के साथ कोई भी प्रमाण पत्र /दस्तावेज संलंग नही करना है ।
मध्य प्रदेश में बेरोजगारों के लिए सुनहरा अवसर !!

मध्य प्रदेश शासन ने अपने प्रदेश के बेरोजगारों को सौगात देते हुए कई विभागों में नयी भारतीयों की घोषणा की है । हाल ही में पुलिस विभाग में सूबेदार , उप निरीक्षक आदि के ५१५ पद घोषित किये गए थे , जिसकी लिखित परीक्षा २५ सितम्बर को आयोजित होनी है ।
मध्य प्रदेश शासन के मंत्रिमंडल द्वारा हाल ही में संविदा शिक्षको के ९६ हज़ार पद स्वीकृत किये है । राज्य में पहली बार इतनी अधिक मात्रा में शिक्षको के पद घोषित किये गये है । इसी घोषणा के तहत आज व्यापम ने अपनी वेबसाइट पर संविदा शिक्षक वर्ग -१ की विज्ञप्ति जारी कर दी है । इसकी पूरी जानकारी व्यापम ने अपनी वेबसाइट पर दी है ।
आगामी कुछ दिनों में पटवारी के लगभग २१०० पद आने वाले है । मंत्रिमंडल ने राज्य लोक सेवा आयोग के अंतर्गत लगभग ४८० पद मंजूर किये गये है । पुरानी परीक्षा पद्धति पर आधार्रित (बैकलाग) लोक सेवा आयोगके भी पद आने वाले है ।
अब बेरोजगारों के लिए ये शानदार अवसर है, कि वो अभी से तैयारीजी जान से शुरू कर दे । किस्मत बार - बार मौका नही देती।
सोमवार, 5 सितंबर 2011
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