लक्ष्य नामक इस ब्लॉग वेब साईट का लक्ष्य उन सभी लोगो की सहायता करना है , जो प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी तो करना तो चाहते है , पर किसी कारणवश मार्गदर्शन के आभाव या समय के आभाव में तैयारी नही कर पाते है ।ऐसे सभी प्रतियोगियों की सहायता करना ही इस वेबसाइट का लक्ष्य है । आपकी सफलता में हमारी सहायता ही हमारा लक्ष्य
रविवार, 30 अक्तूबर 2011
सफलता आसानी से नही मिलती है ....१
मित्रो , सफलता शब्द हर किसी को बहुत लुभाता है , हर कोई सफलता पाना चाहता है , मगर सफलता हर किसी को नसीब नही होती है । दुनिया में सफल लोगो का प्रतिशत जरा कम है । ऐसा क्यों ?
सबसे पहले तो हमें ये निर्धारित करना होगा कि हमरी सफलता क्या होनी चाहिए ....मतलब हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए । सामान्यतः होता ये है ,कि लोग अपने जीवन में कोई एक लक्ष्य ही निर्धारित नही कर पाते है । जब आपकी मंजिल ही निश्चित नही है , तो आप उस तक पहुचोगे कैसे ? तो सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है , लक्ष्य निर्धारित करना ।
अब सफलता के लिए जब हमने लक्ष्य निर्धारित कर लिया तो हमें अपने उस लक्ष्य के बारे में पूरी जानकारी , उस तक पहुचने का रास्ता खोजना होगा । मतलब रस्ते पर आगे बढ़ने से पहले देखना होगा कि रास्ता कितना लम्बा है , मंजिल कितनी दूर है , हमें किस दिशा में और किस ओर ,किस तरह से और कैसे जाना है । ये भी बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है । अक्सर लोग लक्ष्य तो निर्धारित कर लेते है , मगर सही तरीके से आगे नही बढ़ते , बात वही हुई ,कि हमें अपनी मंजिल का सही रास्ता मालूम नही और हम किसी भी दिशा में चल दे , तो जरुरी नही कि हम मंजिल तक सही वक़्त पर पहुचे । अतः लक्ष्य तक सफलता पूर्वक पहुचने के लिए सही पूर्वयोजना जरुरी है। ........ क्रमशः
शुक्रवार, 21 अक्तूबर 2011
लक्ष्य की सफलताओं में एक नगीना और बढ़ा...!!
मुझे आप सभी को सूचित कटे हुए बड़ा ही गर्व महसूस हो रहा है कि लक्ष्य क्लासेस ने अपनी सफलतम परंपरा जरी रखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस सब इंस्पेक्टर कि लिखित परीक्षा में फिर से आशातीत सफलता हासिल की है । इस परीक्षा में लक्ष्य से जुड़े सफल लोगो में सरस्वती तिवारी , निकिता शुक्ला, पूजा उपाध्याय , विनोद अग्निहोत्री , अमित गौतम , सुरेन्द्र यादव , सत्येन्द्र शुक्ला , रोहित मिश्रा,शिवेंद्र त्रिवेदी और मुकेश पाण्डेय
अनवरत...........
गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011
रीजनिंग की तैयारी कैसे करें .....
रीजनिंग या तर्कशक्ति के सवालो में प्रतियोगियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । जबकि रीजनिंग इतनी मुश्किल नही है जितना समझा जाता है । रीजनिंग के सवालो को हल करते समय केवल ट्रिक्स का ध्यान रखना ही महत्वपूर्ण नही है बल्कि स्वयं की समझ ज्यादा महत्वपूर्ण है । सबसे पहले हमें कुछ अच्छी स्तरीय पुस्तकों जैसे आर० एस० अग्रवाल आदि का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिय ताकि जिन प्रश्नों को समझने में हमें बहुत समय लगता है , उन्हें कुछ ट्रिक्स के माध्यम से कुछ सेकंडो में हल किया जा सकता है ।
कुछ प्रश्नों के जवाब देते समय ग्राफ आदि का प्रयोग सवाल को काफी सरल बना देता है , जैसे - दिशा सम्बन्धी प्रश्न, रिश्तो पर आधारित प्रश्न , बैठक व्यवस्था पर आधारित प्रश्न आदि ।
अंग्रेजी वर्णमाला पर आधारित शब्दों को भी ट्रिक्स के माध्यम से हल जल्दी से किया जा सकता है ।
जैसे - अंग्रेजी के वर्णों का क्रम इ ज ओ टी -५ ,१०,१५, २०
इन प्रश्नों की ट्रिक्स के माध्यम से हम कोडिंग- डिकोडिंग के सवालो को भी हल कर सकते है । प्रत्येक अंग्रेजी के वर्ण को एक संख्या का क्रम दिया जाता है , जैसे - ऐ - को १, बी को २ से जेड को २६ तक
सांकेतिक भाषा के प्रश्नों को हल करते समय प्रत्येक अक्षर के विपरीत अक्षर की जरुरत पड़ती है । जिसे याद करना जरुरी होता है ।
shabd कोडिंग wale प्रशन में थोड़ी सी समझ की जरुरत पड़ती है । जैसे -
प्रश्न- यदि बदल को सफ़ेद ; सफ़ेद को हवा , हवा को नीला , नीले को पानी , पानी को बिजली खा जाये तो बताये पक्षी खान उड़ेंगे ?
हल- सामान्यतः पक्षी हवा में उड़ते है और इसमें हवा को नीला कहा गया है । अतः इसका उत्तर नीला होगा ।
क्रमशः......
मंगलवार, 11 अक्तूबर 2011
नवीनतम समसामयिकी २०११
चर्चित व्यक्तित्व :-
राहुल द्रविड़ - भारतीय क्रिकेट टीम में दीवार नाम से मशहूर इस बल्लेबाज ने एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया है । राहुल ने ३४४ वनडे मैच में १२ शतक जमाएं है । उनका सर्वाधिक स्कोर १५३ रन है। वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने में राहुल विश्व में सांतवे स्थान पर है ।
लैला लोपेज :- अंगोला की लैला लोपेज ने मिस यूनिवर्स २०११ का ख़िताब जीता है ।
नोवाक जोकोविक :- दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाडी सर्बिया के नोवाक जोक्विक ने यूएस ओपन टेनिस का एकल ख़िताब जीतने के साथ ही इस साल तीसरी बड़ी प्रतियोगिता जीत ली है । इससे पहले उन्होंने आस्ट्रेलियन ओपन व विम्बलडन ख़िताब अपने नाम किये थे ।
रतन टाटा :- उद्योपति रतन टाटा का नाम दुनिया की दस मशहूर शख्सियतो की सूचि में ९ वे नंबर पर शामिल किया गया है । इस सूची में पहले नंबर पर द० अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला है।
मंसूर अली खान पटौदी :- नवाब पटौदी और टाईगर पटौदी के नाम से मशहूर महान क्रिकेट कप्तान का फेफड़े के संक्रमण के कारन निधन हो गया है । उन्होंने ४६ टेस्टों में से ४० में देश का नेतृत्व किया और ९ में जीत दिलाई थी । मात्र २१ वर्ष की उम्र में टीम की कप्तानी करने वाले वे विश्व के पहले कप्तान थे ।
शनिवार, 8 अक्तूबर 2011
मुख्य परीक्षा :संभावित समसामयिक महत्वपूर्ण प्रश्न
आगामी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा के लिए संभावित समसामयिक प्रश्नों की सूचि निम्न है ।
लोकपाल विधेयक २०११
साम्प्रदायिक निषेध विधेयक २०११
भूमि अधिग्रहण विधेयक २०११
राष्ट्रिय न्याय मिशन
सिविल सोसायटी
अन्ना हजारे
जनगणना २०११
ओनर किलिंग
परमाणु दायित्व विधेयक २०११
नालंदा विश्वविद्यालय
शैक्षिक न्याधिकरण
दंड प्रक्रिया संहिता (संशोधन ) विधेयक
नक्सल उन्मूलन हेतु कमान
टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला
राष्ट्रमंडल घोटाला
राजीव गाँधी किशोरी अधिकारिता योजना (सबला )
स्वावलंबन योजना
स्वावलंबन योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन
गंगा स्वच्छता अभियान
कार्बन टैक्स
राष्रीय हरित न्याय्धिकरण
हरित लेखांकन
राष्ट्रिय ज्ञान नेटवर्क
सौर मिशन : आदित्य
ग्रीन इकोनोमी
हाथी - ८ सम्मलेन
नागोया जैव विविधता सम्मलेन
वी ० के ० शुंगलू समिति
बी ० एन ० कृष्णा समिति
नंदन नीलकेनी समिति
प्रणब मुखर्जी समिति
शिवराज पाटिल समिति
के ० एम् ० चंद्रशेखर समिति
१६ वे एशियाई खेल 2010
१९ वे राष्ट्रमंडल खेल 2010
तेलांगना राज्य विवाद
क्रिकेट विश्वकप २०११
३४वे राष्ट्रिय खेल २०११ : झारखण्ड
कानकुन सम्मलेन २०११ पर्यावरण जागरूकता
अंग सां सू की : म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक नेता
संयुक्त संसदीय समिति
एम् ० ऍफ़ ० हुसैन
काला धन
to be countinued...........
राज्य सेवा मुख्य परीक्षा : किन बातो का ध्यान रखे .
लोक सेवा आयोग की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा मुख्य परीक्षा ही होती है । इस परीक्षा में सबसे महत्वपूर्ण होता है , प्रश्न की मांग को समझनाप्रश्न से जुड़े विशिष्ट शब्दों जैसे - विवेचना करे, आलोचना करे , विश्लेषण करे, समीक्षा करे आदि को भी समझना चाहिए । क्योंकि ये शब्द ही उत्तर की रूपरेखा तय करते है । इनमे सूक्ष्म अंतर को समझना अति आवश्यक है ।
वर्णन /व्याख्या करें - विषय वस्तु के विभिन्न आयामों का क्रमबद्ध उल्लेख
विवेचन/विश्लेषण करें - विषय के विभिन्न पहलुओ की क्या, क्यों, कैसे आदि के आधार पर जांच- पड़ताल करना
समीक्षा/आलोचना करें - विषय की सम्पूर्ण जानकारी देते हुए उसके सकरात्मक पहलुओ को उद्घाटित करके ही उसके नकारात्मक पक्ष दिखाए । स्वयं के नियंत्रित सुझाव भी दिए जा सकते है ।
मूल्यांकन करें - विषय के महत्त्व का ध्यान रखते हुए अपनी राय स्पष्ट करें ।
महत्व बताएं - विषय की विशिष्टता को बताएं
स्पष्टीकरण - विषय के तथ्यों को सुलझाकर विषय को और अधिक खोलना ।
प्रासंगिकता - वर्तमान सन्दर्भ में विषय वस्तु का मूल्याङ्कन करना ।
मुख्य परीक्षा चूँकि लिखित होती है अतः इस परीक्षा में एक सतरीय लेखन शैली बहुत ही आवश्यक है । विषय की अच्छी तरह से अभिव्यक्ति होनी चाहिय । एक प्रभाव शाली उत्तर में सिर्फ विषय की तथ्यात्मक जानकारी ही पर्याप्त नही , बल्कि उसमे स्पष्टता ,विचारो की क्रमबद्धता, सम्बद्धता एवं विश्लेषण का प्रभाव आदि का होना अत्यंत आवश्यक है ।
उत्तर में भाषा यथासम्भव सरल - सहज होनी चाहिए
यथासंभव ग्राफ, मानचित्र, आरेख व् महत्वपूर्ण पंक्तियों को रेखंकित करने जैसे कार्य किये जाने चाहिए ।
प्रश्नों के उत्तर ' टू द प्वाइंट ' होने चाहिए ।
शब्द सीमा का पालन करना चाहिए।
उत्तर से समसामयिक घटनाओं के साथ जोड़कर भी दिखाया जाना चाहिए ।
क्रमशः ...
सोमवार, 3 अक्तूबर 2011
राज्य लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे करें.
राज्य लोक सेवा आयोग की त्रिस्तरीय परीक्षाओं में सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा मुख्य परीक्षा होती है , क्योंकि प्रारंभिक परीक्षा तो सिर्फ भीड़ कम करने का एक साधन है । इसके अंक भी कही नही जुड़ते है । लेकिन मुख्य परीक्षा में २१०० अंक होते है , जो चयन में अति महत्वपूर्ण होते है । इस परीक्षा में सात प्रश्न पत्र होते है ,जो लिखित होते है । इस परीक्षा में तैयारी प्रारंभिक परीक्षा से बिलकुल अलग होती है , जहा प्रारंभिक परीक्षा में हमें तथ्यात्मक तैयारी करनी होती है। वहीँ मुख्य परीक्षा में पूरी तैयारी अवधारणात्मक तरीके से करनी होती है । पाठ्यक्रम बहुत विस्तृत होता है , अतः चयन का आधार चयनात्मक तैयारी होती है । अर्थात अगर हम पुरे सिलेबस को तैयार करने बैठे तो हमारी तैयारी साधारण ही होगी , अतः हमे अति महत्वपूर्ण , महतवपूर्ण टोपिक को चुन कर उन्हें बहुत अच्छे तरीके से तैयार करना चाहिए । टोपिक चयन करने के लिए हमें सबसे पहले पुराने प्रशन पत्रों को देखना होगा , प्रश्नों की प्रकृति को समझाना होगा , किस टोपिक से ज्यादा प्रश्न आते है , ये समझना होगा .....................क्रमशः ........
रविवार, 2 अक्तूबर 2011
संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कैसे करें
हाल ही में मध्य प्रदेश शासन की घोषणा " शिक्षको के ९६ हजार पद " के अंतर्गत व्यापम ने तीनो वर्गों के लिए लगभग ८१,५०० पदों के लिए विज्ञापन जारी किये है । इसकी पूरी जानकारी व्यापम ने अपनी वेबसाइट पर दी है । इस बार की पात्रता परीक्षा पिछली बार से थोड़ी अलग है , क्योंकि इस बार का वर्ग १ और २ का सिलेबस व्यापम ने सी टी ऐ टी परीक्षा के आधार पर तय किया है । जो पिछली बार की तुलना में पूरी तरह से अलग है । इस बार वर्ग २ और ३ के सिलेबस में बी० एड ० और डी० एड ० के पाठ्यक्रम के अनुसार रखा है , जिसमे बाल विकास , शिक्षा शास्त्र , पर्यावरण अध्ययन , जैसे विषय जोड़े गये है । और पिछली बार की तैयारी इस बार बिलकुल काम नही आएगी क्योंकि पूरा सिलेबस बिलकुल अलग है। बाज़ार में भी जो पुस्तके आई है , अधिकांश पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर है । इसलिए ये बहुत जरुरी है, कि आप जब पुस्तके ख़रीदे तो सिलेबस जरुर मिलाये ।
इस बार वर्ग २ और ३ के सिलेबस में सामान्य ज्ञान बिलकुल भी नही है। इसलिए वर्ग २ और ३ के लिए सामान्य ज्ञान पढने में अपना समय बर्बाद न करे ।
वर्ग १ के लिए इस बार सामान्य ज्ञान से ज्यादा आपको अपने विषय पर ध्यान देना होगा । क्योंकि इस बार वर्ग १ में मात्र ५० अंक का सामान्य ज्ञान जिसमे हिंदी- अंग्रेजी भी शामिल है , आना है । विषय के १०० अंक के प्रश्न आने है । इस बार चयन का पूरा आधार वर्ग में विषय ही होगा ।
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