लोक सेवा आयोग की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा मुख्य परीक्षा ही होती है । इस परीक्षा में सबसे महत्वपूर्ण होता है , प्रश्न की मांग को समझनाप्रश्न से जुड़े विशिष्ट शब्दों जैसे - विवेचना करे, आलोचना करे , विश्लेषण करे, समीक्षा करे आदि को भी समझना चाहिए । क्योंकि ये शब्द ही उत्तर की रूपरेखा तय करते है । इनमे सूक्ष्म अंतर को समझना अति आवश्यक है ।
वर्णन /व्याख्या करें - विषय वस्तु के विभिन्न आयामों का क्रमबद्ध उल्लेख
विवेचन/विश्लेषण करें - विषय के विभिन्न पहलुओ की क्या, क्यों, कैसे आदि के आधार पर जांच- पड़ताल करना
समीक्षा/आलोचना करें - विषय की सम्पूर्ण जानकारी देते हुए उसके सकरात्मक पहलुओ को उद्घाटित करके ही उसके नकारात्मक पक्ष दिखाए । स्वयं के नियंत्रित सुझाव भी दिए जा सकते है ।
मूल्यांकन करें - विषय के महत्त्व का ध्यान रखते हुए अपनी राय स्पष्ट करें ।
महत्व बताएं - विषय की विशिष्टता को बताएं
स्पष्टीकरण - विषय के तथ्यों को सुलझाकर विषय को और अधिक खोलना ।
प्रासंगिकता - वर्तमान सन्दर्भ में विषय वस्तु का मूल्याङ्कन करना ।
मुख्य परीक्षा चूँकि लिखित होती है अतः इस परीक्षा में एक सतरीय लेखन शैली बहुत ही आवश्यक है । विषय की अच्छी तरह से अभिव्यक्ति होनी चाहिय । एक प्रभाव शाली उत्तर में सिर्फ विषय की तथ्यात्मक जानकारी ही पर्याप्त नही , बल्कि उसमे स्पष्टता ,विचारो की क्रमबद्धता, सम्बद्धता एवं विश्लेषण का प्रभाव आदि का होना अत्यंत आवश्यक है ।
उत्तर में भाषा यथासम्भव सरल - सहज होनी चाहिए
यथासंभव ग्राफ, मानचित्र, आरेख व् महत्वपूर्ण पंक्तियों को रेखंकित करने जैसे कार्य किये जाने चाहिए ।
प्रश्नों के उत्तर ' टू द प्वाइंट ' होने चाहिए ।
शब्द सीमा का पालन करना चाहिए।
उत्तर से समसामयिक घटनाओं के साथ जोड़कर भी दिखाया जाना चाहिए ।
क्रमशः ...
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