लक्ष्य नामक इस ब्लॉग वेब साईट का लक्ष्य उन सभी लोगो की सहायता करना है , जो प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी तो करना तो चाहते है , पर किसी कारणवश मार्गदर्शन के आभाव या समय के आभाव में तैयारी नही कर पाते है ।ऐसे सभी प्रतियोगियों की सहायता करना ही इस वेबसाइट का लक्ष्य है । आपकी सफलता में हमारी सहायता ही हमारा लक्ष्य
मंगलवार, 6 दिसंबर 2011
जागो , उठो ! बढ़ते रहो ..
जागो , उठो ! बढ़ते रहो
नित नए , कीर्तिमान गढ़ते रहो
रुको नही, झुको नही, बढ़ते रहो
मिले न 'लक्ष्य' , तब तक श्रम करते रहो
पथिक! पथ को नया करते रहो
जीवन है चलना , बस चलते रहो
जागो , उठो बढ़ते रहो
नित नए , कीर्तिमान गढ़ते रहो
पथ सफलतम हो, ऐसा तुम यत्न करो
लक्ष्य हो प्राप्त , इतना तुम प्रयत्न करो
आनंद से विवेक को तुम इतना भरो
जीवन हो आनंदमय, ऐसी तुम रचना करो
नित नयी ऊचाईयों पर तुम चढ़ते रहो
जागो, उठो! बढ़ते रहो ।
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बढते रहना ही जीवन है।
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