सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (राज्य सेवा परीक्षा ) की तैयारी कैसे करें .

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा में सफल होना अनेक अभ्यर्थियों का सपना होता है . बहुत से परीक्षार्थी परिश्रम तो बहुत करते है , परन्तु आशानुरूप सफलता नही मिल पाती है . इसका कारण सही दिशा में सार्थक परिश्रम नहीं करना होता है . सबसे पहले मैं ये कहना चाहूँगा कि राज्य सेवा परीक्षा कि प्रकृति को समझे ! अर्थात हमें सर्वप्रथम इस परीक्षा कि प्रवत्ति को समझना होगा . अक्सर लोग इस पूरी परीक्षा को तीन अलग अलग परीक्षाओ कि तरह मानते है , जो कि गलत है . राज्य सेवा परीक्षा में तीन स्तर ( प्रारंभिक परीक्षा , मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार ) होते है . न कि तीन अलग परीक्षाये होती है .
समस्या ये होती है , कि परीक्षार्थी सबसे पहले तो प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी करते है , जब कुछ साल तैयारी के बाद प्रारंभिक परीक्षा में सफल होते है , तो फिर मुख्य परीक्षा की तैयारी शुरू करते है , विषय चयन करते है , मगर प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम के बाद मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए ३-४ महीने मिलते है , जो कि पर्याप्त नही होते है . जब प्रारंभिक परीक्षा जिसमे मात्र दो प्रश्न पत्र (६०० अंक )होते है , उसके लिए इतना समय परीक्षार्थी देते है . मगर मुख्य परीक्षा जिसमे सात प्रश्न पत्र (२१०० अंक) होते है , और जिस परीक्षा के आधार पर ही चयन होना है , उसके लिए मात्र २ से ४ महीने ! ये तैयारी का तरीका ही गलत है .
 हम अगर सही तरीके कि बात करें तो जब पूरी एक ही परीक्षा है , बस उसके तीन अलग स्तर है . तो फिर एक ही परीक्षा के तीनो स्तर कि तैयारी एक साथ ही होनी चाहिए  न की अलग अलग . परीक्षार्थी जब राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू करते है , तभी उन्हें मुख्य परीक्षा के दोनों वैकल्पिक विषय चुन लेने चाहिए . ताकि बाद में तैयारी में  समस्या न हो . एक साथ ही तीनो स्तरों की तैयारी करनी चाहिए . अगर हम मुख्या परीक्षा की तैयारी के साथ प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी करते है , तो प्रारंभिक परीक्षा भी निकलेगी साथ ही मुख्य परीक्षा के लिए समयाभाव भी नही होगा

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