शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012

महत्वपूर्ण समसामयिक घटनायें 2012 (श्रृंखला -2)

मार्च २०१२ 
- ४ मार्च - पोखरण ( राजस्थान ) में सेना ने सुपर सोनिक मिसाईल ब्रम्होस का सफल परिक्षण किया .
ब्रम्होस का सफल परिक्षण
(ब्रम्होस मिसाईल रूस के सहयोग से विकसित  की जा रही है , "ब्रम्होस" शब्द भारत की ब्रम्हपुत्र और रूस की म्स्कोवा नदियों के नाम का संयुक्त संक्षेप है )
-५ मार्च - जम्मू और कश्मीर के वित्तमंत्री अब्दुल रहीम राथर देश में सबसे अधिक बार बजट प्रस्तुत करने वाले वित्तमंत्री बने .



- ६ मार्च - ५ राज्यों में हुए विधान सभा के चुनाव  परिणाम घोषित हुए
        उत्तर प्रदेश - समाजवादी पार्टी - २२४ सीट ,
        उत्तराखंड - कांग्रेस- ३२  सीट
        मणिपुर - कांग्रेस- ४२ सीट
        पंजाब - अकाली दल - भाजपा गठबंधन -६८ सीट
        गोवा - भाजपा - २१ सीट
- ७ मार्च - विद्या बालन को "डर्टी पिक्चर" के लिए ५९ वे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार  ( सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री ) और  गिरीश कुलकर्णी को फिल्म "देयोल " के लिए सर्वश्रेष्ठ  अभिनेता का पुरस्कार  दिया गया  .  
- १४ मार्च - रेल मंत्री दिनेश  त्रिवेदी ने संसद में रेल बजट प्रस्तुत किया , बजट में प्रत्येक किमि० पर २ से ३० पैसे अधिक किराया बढाया गया . ( किराया बढ़ाने के कारण नाराज ममता बनर्जी के विरोध से दिनेश त्रिवेदी को रेल मंत्री के पद से हटा कर , २० मार्च को मुकुल राय को नया रेल मंत्री बनाया गया . ऐसा पहली बार हुआ )
पश्मीना बकरी का क्लोन - नूरी
- २४ मार्च - शेर- ए- कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड साइंस के वैज्ञानिको ने "पश्मीना  बकरी " का क्लोन तैयार करने में सफलता प्राप्त की . इस क्लोन का नाम "नूरी " रखा गया .
(इससे पूर्व राष्ट्रीय डेयरी अनुसन्धान केंद्र , करनाल के वैज्ञानिको ने भैंस का क्लोन विकसित किया था , जिसका नाम "गरिमा " रखा गया था )
- २९ मार्च - चांदीपुर (ओड़िसा ) के एकीकृत परिक्षण रेंज से एक साथ कई रॉकेट दागने वाली स्वदेशी हथियार प्रणाली "पिनाक " का सफल परिक्षण किया गया . (पिनाक भगवान शिव के धनुष का नाम है )
-३१ मार्च - अमेरिकी सीनेट ने नैंसी पॉवेल को भारत में अमेरिका का राजदूत बनाया .
अप्रैल २०१२ 
- ३ अप्रैल - दक्षिण -पूर्वी एशियाई देशो के संगठन "आसियान "  का द्विवार्षिक सम्मलेन कम्बोडिया की राजधानी - नोमपेन्ह में आयोजित हुआ .
- ४ अप्रैल - रक्षा मंत्री ए० के० अंटोनी ने परमाणु पनडुब्बी आई ० एन ० एस ० चक्र को नौसेना में विधिवत शामिल किया . (रूस में निर्मित " नेरपा " को भारत ने आई ० एन ० एस ० चक्र  नाम से १० वर्षो के लिए लीज पर लिया है  )
- १५ अप्रैल - अमेरिका द्वारा नामांकित " जिम योंग किम " को विश्व बैंक का अगला १२ वा अध्यक्ष चुन गया है .
- १८ अप्रैल - टाइम पत्रिका ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विश्व के १०० प्रभावशाली लोगो की सूची में शामिल किया .
-२१ अप्रैल - जोरहाट (असम ) में आयोजित असम चाय उत्पादक असोसिएशन के प्लेटिनम जुबली समारोह में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने १७ अप्रैल  २०१३ में चाय को राष्ट्रीय पेय का दर्जा देने की घोषणा की .
- २६ अप्रैल- भारत की राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने अभिनेत्री रेखा, सामाजिक कार्यकर्ता - अनु आगा  और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को राज्य सभा के लिए मनोनीत किया .
- २७ अप्रैल - सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश " दलवीर भंडारी " को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश चुन गया . इनका कार्यकाल २०१२ से २०१८ तक रहेगा .
मई २०१२ 
- १३ मई - संसद की प्रथम बैठक के ६० वर्ष पूरा होने के अवसर पर आयोजित बैठक में सांसदों ने संसद की साख बचाने के लिए चार संकल्प लिए .
- १५ मई - फ्रान्कोवा ओलान्द ने फ़्रांस के राष्ट्रपति पद की शपथ ली . 
-२६ मई -  तुर्की के चिकत्सको ने विश्व का पहला सफल गर्भाशय प्रत्यारोपण किया .
३१- मई- जनरल विक्रम सिंह ने देश के 25 वे थलसेना अध्यक्ष के रूप कार्यभार ग्रहण किया .
           - खेल मंत्री अजय माकन ने नई युवा नीति की घोषणा की. इसमें युवावस्था की सीमा ३५ से घटाकर ३० वर्ष एवं इसकी न्यूनतम आयु १३ से बढाकर १६ वर्ष की गयी . 
जून  2012       
- २ जून- ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी के ६० वर्ष पूर्ण होने पर ब्रिटेन में डायमंड जुबली समारोह मनाया गया . एलिजाबेथ -II  १९५२ में अपने पिता जार्ज षष्टम के बाद ब्रिटिश ताज की उत्तराधिकारी बनी . 


मुख्य चुनाव आयुक्त  वी एस संपत
- ४ जून- डी ० के ० जोशी भारत के नए नौसेना प्रमुख बने .
एडमिरल डी०  के ०  जोशी
- ५ जून- वी ० एस ० संपत भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त बने . 
- १० जून- भारत में जन्मे पाकिस्तान के मशहूर ग़ज़ल गायक मेंहदी हसन का ८५ वर्ष की अवस्था में करांची के आगा खान अस्पताल में निधन हो गया . 
- ११ जून - स्पेन के राफेल नडाल ने सर्बिया के नबक जोकोविच को हरा कर ७ वी बार  फ्रेंच ओपन का पुरुष एकल ख़िताब जीता .
- १७ जून- भारत ने अपनी परमाणु पनडुब्बी आई एन एस  अरिहंत के विकास के लिए परमाणु रिएक्टर का सफल परिक्षण किया . 
- १८ जून - अमेरिका ने विश्व के सबसे तेज कंप्यूटर " सिक्वोया " विकसित करने में सफलता प्राप्त की है . इसकी गति १६.३२ पेंटाफ्लाप है.
-२२ जून- संयुक्त राष्ट्र का पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन " रियो +२० " ब्राजील के रियो डी जिनेरो में आयोजित हुआ . 
-२४ जून - चीन की मानव युक्त पनडुब्बी ने प्रशांत महासागर के मेरियाना ट्रेंच में ७०१५ मीटर नीचे जाकर  नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया . 
 -२८ जून-  एलेन इसाक ( न्यूज़ीलैण्ड ) ने शरद पवार की जगह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् ( आई सी सी ) के नए अध्यक्ष का पद ग्रहण किया . 
- ३० जून- मिस्र के नए राष्ट्रपति " मोहम्मद मुर्सी " बने .
(क्रमशः  जारी ..)     
 द्वारा-
मुकेश पाण्डेय " चन्दन " 
( मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा २००९ में चयनित )

रविवार, 16 दिसंबर 2012

महत्वपूर्ण समसामयिक घटनायें 2012 (श्रृंखला -1)

आजकल सभी प्रतियोगी पत्रिकाओ में वर्ष २०१२ की समसामयिक तथ्यों की बाढ़ आई है.ऐसे में समस्या ये है , कि किस तथ्य को पढ़े  किस को छोड़े ?
                                                         सबसे महत्वपूर्ण बात ये है , कि जो घटनायें बहुत ज्यादा चर्चा  में रही है (जैसे -आम आदमी पार्टी  ) , जिन घटनाओं से हमारे देश -प्रदेश का गहरा सम्बन्ध हो . जो घटनायें वर्तमान या भविष्य को बदलने का माद्दा रखती हो ( जैसे - सर्न महाप्रयोग ) 
                                                          खैर आपकी सहूलियत और आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के सन्दर्भ में मैं समसामयिक तथ्यों की एक श्रृंखला जारी कर रहा हूँ . जिसमे लगभग सभी महत्वपूर्ण समसामयिक तथ्यों को समेटने का प्रयास करूँगा . चूँकि यह कार्य इतना सरल भी नही है . अतः आप के सहयोग की भी अपेक्षा रहेगी . आप अपने सुझाव , शिकायते , सहायता और प्रश्न इस पोस्ट की टिप्पणियों में या  मेरे फेसबुक की प्रोफाइल या मेरे मोबाइल ०९०३९४३८७८१ पर भी प्रेषित कर सकते है .
वर्ष २०१२ : अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष ( संयुक्त राष्ट्र संघ  द्वारा घोषित )
वर्ष २०१२: राष्ट्रीय गणित वर्ष ( गणितज्ञ रामानुजम की १२५ वी  वर्षगांठ पर भारत सरकार द्वारा घोषित )
वर्ष २०१३: अंतर्राष्ट्रीय जल सहयोग वर्ष   ( संयुक्त राष्ट्र संघ  द्वारा घोषित )
जनवरी 2012
१ जनवरी - अंतर्राष्ट्रीय रामायण शोध संस्थान ट्रस्ट (इरीट ) द्वारा प्रथम राष्ट्रीय रामायण सम्मलेन नई     दिल्ली  में आरम्भ हुआ .
३ जनवरी - प्रधान्मनरी डॉ. मनमोहन सिंह ने ९९वे राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस का भुवनेश्वर में उद्घाटन किया . राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस संगठन के १०० वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री को इसका अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया .
श्रीमती कमला प्रसाद विसेसर और डॉ.  मनमोहन सिंह सम्मलेन का उद्घाटन करते हुए साथ में राजस्थान  के  मुख्य मंत्री अशोक गहलोत 
८ जनवरी - प्रधानमंत्री ने जयपुर में १०वे प्रवासी भारतीय सम्मलेन का उद्घाटन किया . इस सम्मलेन की मुख्य अतिथि त्रिनिदाद एवं टोबैगो की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती कमला प्रसाद बिसेसर थी .( इनके पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के निवासी थे. )
(त्रिनिदाद एवं टोबैगो -वेस्ट इंडीज समूह का एक देश है , जिसकी राजधानी -port of spain है )
होमी व्यारवाला और उनके खींचे गये चित्र में पंडित नेहरु
१५ जनवरी - देश की पहली महिला फोटो पत्रकार होमी व्यारवाला का ९८ वर्ष की उम्र में निधन हो गया . इन्होने महात्मा गाँधी , पंडित नेहरु सहित राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन के कई दुर्लभ एवं महत्वपूर्ण व्यक्तियों  एवं क्षणों को अपने कैमरे में कैद किया था .
२० जनवरी- जयपुर के डिग्गी पैलेस में पांच दिवसीय साहित्य महोत्सव आयोजित किया गया . यह महोत्सव विवादित एवं बुकर प्राईज विजेता साहित्यकार  सलमान रश्दी के आगमन के विरोध के कारण चर्चित रहा . विरोधी रश्दी की पुस्तक " द सैटेनिक वर्सेज " में इस्लाम की बुराई करने से नाराज थे .बाद में रश्दी नही आये. 
२३ जनवरी - रूस ने बहुप्रतीक्षित पनडुब्बी " नेरपा " भारत को सौंपी . यह  पनडुब्बी भारतीय नौसेना में आइ० एन० एस० चक्र  के नाम से जानी जाएगी . 
२३ जनवरी - गत विजेता राजस्थान ने लगातार दूसरे वर्ष रणजी ट्राफी (क्रिकेट )  जीती .
२६ जनवरी - देश के ६३ वें गणतंत्र दिवस की परेड के मुख्य अतिथि थाईलैंड की प्रधानमंत्री यिन्ग्लुक शिनवात्रा रही .
  फ़रवरी २०१२ 
२ फ़रवरी - सर्वोच्च न्यायलय   ने  पूर्व दूरसंचार मंत्री ए० राजा के कार्यकाल में हुए २-जी स्पेक्ट्रम के १२२ लाईसेंसो के आवंटन को रद्द किया .
४ फ़रवरी - चिली  की परनाल वेध शाला में दुनिया की सबसे बड़ी वर्चुअल ऑप्टिकल दूरबीन का निर्माण हुआ .
७ फ़रवरी  - केन्द्रीय सांख्यिकी  संगठन (cso) ने अपने अग्रिम  अनुमान में वर्तमान मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय २०११-१२ में १४.३ % की वृद्धि के साथ ६०,९७२ रूपये रहने का अनुमान व्यक्त किया है . 

८ फ़रवरी - स्वदेशी  माइक्रो लाइट पायलट रहित विमान " लक्ष्य " का चांदीपुर (ओड़िसा ) स्थित एकीकृत परिक्षण रेंज से सफल परिक्षण हुआ .
 
१६ फ़रवरी - देश की प्रस्तावित तीन राष्ट्रीय पुलिस विश्वविद्यालय (दिल्ली , हरियाणा  और  हैदराबाद )
में से प्रथम विश्वविद्यालय की स्थापना " झज्जर , हरियाणा " में होगी .
१८ फ़रवरी - देश की पहली मोनो रेल ( एक पटरी पर चलने वाली रेल ) का प्रायोगिक परिक्षण मुंबई में बडाला से भक्ति पार्क तक चलाकर हुआ .( देश की पहली रेल भी १६ अप्रैल १८५३ को मुंबई से ही चली थी )

२५ फ़रवरी - विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने पोलियो ग्रस्त देशो की सूची से भारत का नाम हटाया . अर्थात अब भारत पोलियो मुक्त हो गया है . विश्व में केवल पाकिस्तान , अफगानिस्तान और नाइजीरिया ही पोलियो ग्रस्त बचे है . 
२९ फ़रवरी - यूनिसेफ द्वारा जारी रिपोर्ट में नवजातों की मृत्यु दर के मामले में भारत को सबसे ख़राब ५० देशो में शामिल किया गया है . 
क्रमशः जारी ......

द्वारा - मुकेश पाण्डेय 'चन्दन ' 
( मध्य प्रदेश लोकसेवा २००९ में चयनित )

मंगलवार, 16 अक्तूबर 2012

जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य


जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण और रोचक  तथ्य

-घट् पर्णी (पिचर प्लांट ) और फ्लाई ट्रैप ऐसे पौधें  है , जो कीटों को खाते है .
- आलू की खेती में आलू के छोटे- छोटे टुकडो को रोपित किया जाता है , इसलिए आलू के पौधे अपने पूर्वज पौधों के क्लोन होते है . 
दुनिया का सबसे बड़ा फूल - रैफ्लेशिया
- ' रैफ्लेशिया आर्नौल्डी ' के फूल दुनिया में सबसे बड़े फूल है , ये रंग-बिरंगी फूल ९१ सेमि० व्यास के और इनका वजन लगभग ७ किग्रा० का होता है . ये परजीवी बेल है , और इनके फूलों से सड़ी लाश जैसी बदबू आती है . 
- 'चीनी  विस्टेरिया ' विश्व का सबसे बड़ा फूलदार पौधा है , यह पौधा १८९२ में कैलिफोर्निया , अमेरिका  में लगाया गया था . आज यह लगभग एक एकड़ भूमि घेरे हुए है , और इसका वजन लगभग  २२८ टन है . जब यह फूलता है , तो लगभग १५ लाख फूलों से लद जाता है . 
- कैलिफोर्निया का 'जनरल शर्मैन ' नामक वृक्ष दुनिया का सबसे विशाल वृक्ष है . यह ८५ मीटर लम्बा और २०३० टन वजनी है . 

- विश्व  का सबसे बड़ा पक्षी 'शुतुरमुर्ग'  है , जबकि सबसे छोटा ' किवी' है . दोनों उड़ने में असक्षम  है .
-प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दौरान क्लोरोफिल द्वारा सूर्य प्रकाश  की नीले और लाल रंग की किरणों का सर्वाधिक  अवशोषण होता है .इस प्रक्रिया में सौर ऊर्जा , रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है . 
- कुछ बैक्टीरियाओं में भी प्रकाश संस्लेषण होता है . जैसे-  सोमेतियम, तोदोस्पिरालम आदि . क्योंकि  इनमे क्लोरोफिल पाया जाता है.
-  पोलियो का टीका बन्दर के गुर्दे से पोलियो वायरस लेकर उसे अक्रिय करके बनाया जाता है . 
-मानव शरीर में रक्त की मात्र शरीर के भर का लगभग ७ प्रतिशत होता है , रक्त का pH मान ७.४ होता है . 
- यकृत (लीवर ) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है , जबकि फीमर ( जांघ की अस्थि ) सबसे बड़ी और लम्बी अस्थि है . त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है . 
- लैक्टिक अम्ल के मांसपेशियों में जम जाने के कारण थकन महसूस होती है . लैक्टिक अम्ल बनने के कारण ही दूध फट जाता है , और उसमे खटास आ जाती है .

-   वयस्क मनुष्य के शरीर  में २०६ हड्डियाँ पायीं जाती है , जबकि नवजात  शिशु के शरीर में ३०० हड्डियाँ होती है , उम्र बढ़ने के साथ ही कई हड्डियाँ आपस में जुड़ जाती है . हड्डियाँ केल्सियम और फास्फोरस से बनी होती है . सबसे छोटी हड्डी  कान    की हड्डी ' स्टेपीज  '  है .

- मानव आहार में मक्खन और घी जैसे संतृप्त  वसा की मात्रा कम होनी चाहिए , क्योंकि  संतृप्त वसा आसानी से कोलेस्ट्राल में बदल जाती है . इससे धमनी जाम , अधिक रक्तचाप एवं ह्रदय सम्बन्धी विकार  उत्पन्न जाते है .
-
- मलेरिया सिर्फ मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने के कारण से हीं होता है , बल्कि उसके आँतों में पल रहे परजीवी ' प्लाजमोडियम ' के कारण होता है . मच्छर तो केवल वाहक  है .
- मानव शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी 'जीभ' होती है , जबकि सबसे मजबूत अस्थि  जांघ  की अस्थि        ' फीमर ' होती है .  .

 

 -  मानव शरीर का सबसे कठोर पदार्थ दांत के ऊपर पाया जाने वाला 'एनामिल ' होता है . 
- स्त्री के गर्भाशय का भार ( जिसने कभी संतान को जन्म न दिया हो ) ५० ग्राम होता है , तथा संतान को जन्म देने वाली स्त्री के गर्भाशय का भार बढ़कर १०० ग्राम हो जाता है . 

- ' एड्रीनलीन हार्मोन ' संकट , क्रोध, आवेश आदि के समय हमारे शरीर को अधिकतम  कुशलता से कार्य करने के लिए तैयार करता है . इसे "लड़ो या मरो " हार्मोन भी कहते है . 
 - मनुष्य के ह्रदय का सामान्य स्पंदन एक मिनट में ७२ बार होता है , हर  एक स्पंदन में पहले आलिन्दो का संकुचन फिर निल्यों का संकुचन होता है .फिर दोनों का एक साथ शिथिलन होता है . और ह्रदय सामने धारणा के अनुसार ' धक्-धक् ' नहीं बल्कि " लप-डप " की ध्वनि करता है . यह एक प्रकार का पम्प है , जिसका कार्य रक्त को पुरे शरीर में पम्प करना है .

- सामान्य अवस्था में श्वसन की दर १५ से 18 प्रति मिनट होती है , कठिन परिश्रम या व्यायाम के समय आक्सीजन की मांग बढ़ जाने के कारण श्वसन दर २० से २५ गुना बढ़ जाती है .
- सामान्यतः हम श्वसन का अर्थ साँस लेना या साँस छोड़ना लगते है , लेकिन इसे श्वासोच्छ्वास (breathing  ) कहा जाता है . श्वसन का अर्थ कार्बोहईद्रेट्स  (भोजन ) का आक्सीकरण या पाचन होता है.





































































































 















































































































































सोमवार, 8 अक्तूबर 2012

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने बहुप्रतीक्षित नए पदों के लिए विज्ञापन जारी

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने बहुप्रतीक्षित नए पदों के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है .परन्तु  इस बार प्रारंभिक परीक्षा में बदलाव  किया  गया है . द्वितीय प्रश्न पत्र - विषय की जगह ' सामान्य अभिरुचि परिक्षण ' रखा गया है . इसके अंतर्गत :-
१. बोधगम्यता 
२. संचार कौशल सहित अंतर्वैयक्तिक कौशल 
३. तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता 
४. निर्णय लेना और समस्या समाधान 
५. सामान्य मानसिक योग्यता 
६. आधारभूत संख्यानन योग्यता  
७. हिंदी भाषा में बोधगम्यता कौशल ( दसवी का स्तर )  
     मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी इस पाठ्यक्रम से प्रतियोगियों में भ्रम की स्थिति है .जहाँ कुछ प्रतियोगियों की सोच है , कि दूसरा प्रश्न पत्र बैंकिंग, रेलवे या एसएससी की परीक्षाओ की तार्किक अभियोग्यताओ की तरह आएगा . मगर ऐसा नहीं है . क्योंकि संघ  लोक सेवा आयोग द्वारा  आयोजित परीक्षाओ से ये बात स्पष्ट हो गयी है , कि बैंकिंग अभियोग्यता और लोक सेवा अभियोग्यता में बहुत अंतर है . इसके लिए आप संघ  लोक सेवा आयोग द्वारा  आयोजित प्रश्न पत्र देख सकते है . 
अधिक जानकारी के लिए इसी ब्लॉग साईट के इस लिंक  पर क्लिक कर सकते है .

रविवार, 9 सितंबर 2012

क्या है हिग्स बोसान ?

जिनेवा  (स्विट्जरलैंड ) स्थित यूरोपियन ओर्गेंईजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न ) द्वारा विगत ४ जुलाई २०१२ को ईश्वरीय कण (god particle ) या हिग्स बोसान नामक सूक्ष्म अणु खोज लेने का दावा किया गया .
अब प्रश्न उठता है , कि आखिर ये हिग्स बोसान क्या है ? 
वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार बिग बैंग (महाविस्फोट ) के बाद उत्पन्न १२ तत्वों के संयोग से ब्रम्हांड कि उत्पत्ति हुई है . इनमे से ११ कणों की खोज हो चुकी है , १२ वाँ कण ही 'हिग्स बोसान ' है , जिसके लिए सर्न द्वारा लार्ज हेड्रन कोलाईडर नामक महामशीन का निर्माण किया गया . इस मशीन द्वारा प्रोटानों की महा भिडंत करा कर बिग बैंग जैसी स्थितियां निर्मित की गयी और परिणामो को संवेदनशील कम्प्यूटर्स पर संगृहीत किया गया . महाविस्फोट का महाप्रयोग एक सेकण्ड से भी कम समय के लिए था .
कैसे नाम पड़ा ? 
 १९६४ में ब्रिटेन के वैज्ञनिक पीटर हिग्स और उनके सहयोगियों ने एक ऐसे कण की परिकल्पना की , जो अपने चारो और एक शक्तिशाली बल क्षेत्र का निर्माण करता है . जब  भी कोई प्राथमिक  कण इस क्षेत्र से गुजरता है , तो वह इससे द्रव्यमान ग्रहण कर आकार प्राप्त कर लेता है . वैज्ञानिको का मानना है. कि सारी सृष्टि इसी तरह बनी है . हिग्स बोसान कण सम्पूर्ण सृष्टि में व्याप्त है .
                        बोसान शब्द भारतीय वैज्ञानिक सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम  से लिया गया  है , जो आईन्सटीन  के समकालीन थे . ढाका विश्वविद्यालय में अनुसन्धान के दौरान सत्येन्द्र नाथ बोस ने पाया कि ऊर्जा के विकिरण में सूक्ष्म कणों के लिए नियम अलग होते है . मात्र ३० वर्ष की आयु के इस सिद्धांत को किसी ने तवज्जो नही दी , तो उन्होंने अपने शोध पत्र को आईन्सटीन को भेज दिया . दोनों वैज्ञानिको के सम्मिलित प्रयास से बोस-आईन्सटीन कंडसेट की खोज हुई . दोनों वैज्ञानिको की इस खोज के बाद ही इस वैज्ञानिक सत्य को मान्यता मिली , कि विभिन्न पदार्थ के व्यव्हार और गुण 'क्वांटम मेकेनिक्स ' से संचालित होते है , जबकि ब्रम्हांड के पिंड गुरुत्वाकर्षण की डोर बंधे है , और सापेक्षता के नियमो के अनुसार गति करते है . 
हिग्स बोसान कणों से सम्बंधित इस प्रयोग के बाद ' विज्ञान बनाम भगवान् ' पर बहस तेज हो गयी है . ब्रम्हांड का निर्माता कौन है ? विज्ञान या भगवान् ? 
 इस प्रयोग के labh  :- 
हिग्स बोसान कणों की खोज से हमारे  जीवन के कई क्षेत्रों में क्रन्तिकारी बदलाव आ जायेगा . 
इससे इंटरनेट की स्पीड कई गुना बढ़ जाएगी . 
यह ऐसे सभी उपकरणों के लिए सहायक होगा , जिसमे सिलिकोन का प्रयोग होता है .
 अन्तरिक्ष तकनीक और अधिक प्रभावशाली हो जाएगी . 
स्वस्थ्य सेवाओ में सुधार होगा
बिजली उत्पादन बढ़ जायेगा 
जिनेवा  (स्विट्जरलैंड ) स्थित यूरोपियन ओर्गेंईजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न )
 
 

गुरुवार, 30 अगस्त 2012

समसामयिक

# देश में पहली लोकसभा १७ अप्रैल १९५२ को गठित हुई थी . इसका पहला सत्र १३ मई १९५२ को बुलाया गया . जबकि राज्यसभा का गठन ३ अप्रैल १९५२ को किया गया . इसका भी  पहला सत्र १३ मई १९५२ को आहूत हुआ . भारतीय संसद की स्थापना को ६० वर्ष पूर्ण हो गए है .(संसदीय व्यवस्था के न कि संसद भवन के , संसद भवन का निर्माण अंग्रेजो द्वारा १९३१ में किया गया था )
# ३ मई २०१२ को भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष का प्रारंभ हुआ है , गौरतलब है कि ३ मई १९१२ को भारत कि पहली फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र  ' दादा साहब फाल्के द्वारा बनाई गयी थी .यह एक मूक फिल्म थी . भारत की पहली बोलती फिल्म ' आलामारा ' १९३१ में बनी थी .
#  शीघ्र ही भोजपुरी को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल कर इसे संवैधानिक मान्यता दी जाएगी . ऐसा होने के बाद भारत में आठवी अनुसूची में शामिल होने वाली भाषाओ की संख्या २२ से बढ़कर २३ हो जाएगी . अभी शामिल भाषाएँ है - असमिया , बंगला ,बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी , कन्नड़, कश्मीरी , कोंकणी , मैथिली , मलयालम , मणिपुरी ,मराठी, नेपाली , ओडिया , पंजाबी , संस्कृत , संथाली , सिन्धी , तमिल . तेलगु  और उर्दू . 
 भारत में हिंदी के बाद सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाएँ है - बंगला , तेलगु और तमिल 
# यूनेस्को की विश्व विरासत समिति ने १ जुलाई २०१२ को भारत के पश्चिमी घाट को विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया है  . भारत में अभी तक २९ स्थल विश्व धरोहर  में शामिल है . विश्व के २५ 'हॉट स्थल " में से २ स्थल भारत में है . पश्चिमी घाट और पूर्वी हिमालय क्षेत्र . (हॉट स्थल - ऐसे क्षेत्र , जो प्रजातीय विविधता से परिपूर्ण हो , तथा संकतो के बाद भी यहाँ पर प्रजातियों की स्थानिकता उच्च रहती हो )

# जिनेवा (स्विट्जरलैंड ) स्थित यूरोपियन ऑर्गनाईजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न ) द्वारा ४ जुलाई २०१२ को गोड पार्टिकल ( हिग्स बोसान ) नामक सूक्ष्म अणु खोज लेने के दावा किया है . इन्ही कणों को ईश्वरीय कण या ब्रम्ह कण कहा जा रहा है .    

बुधवार, 22 अगस्त 2012

प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन एवं संस्थायें


संयुक्त राष्ट्र संघ 
- संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना २४ अक्तूबर १९४५ को हुई थी .
संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज एवं प्रतीक चिन्ह
- इसका मुख्यालय न्यूयार्क में है , और इसके सदस्य देशों  की संख्या १९३ है. ( १९३ वा  सदस्य - दक्षिणी सूडान है, २०११ में शामिल हुआ   )
- अंग्रेजी, फ्रेंच , चीनी, अरबी और स्पेनिश संघ के कार्यालय की भाषाएँ है , जबकि कार्यकारी भाषाएँ अंग्रेजी और फ्रेंच है .
- संयुक्त  राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग :-
 १. महासभा 
 २. सुरक्षा परिषद्
 ३. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् 
 ४. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय 
 ५. न्यास परिषद् 
 ६ . सचिवालय 
- संयक्त राष्ट्र संघ के विशिष्ट अभिकरण :- 
-संयुक्त राष्ट्र शिक्षा , विज्ञान तथा सांस्कृतिक  संगठन ( UNESCO )
 स्थापना - नवम्बर -१९४६
मुख्यालय - पेरिस (फ़्रांस ) 
-अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक ( विश्व बैंक )
 स्थापना  - १९४५
मुख्यालय- वाशिंगटन  डी ० सी ० ( संयुक्त राज्य अमेरिका )
-अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष 
स्थापना - दिसंबर १९४५
मुख्यालय- वाशिंगटन  डी ० सी ० ( संयुक्त राज्य अमेरिका )
-  संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय शिशु आपात कोष ( यूनिसेफ )
 स्थापना - १९४६
 मुख्यालय - न्यूयार्क  ( संयुक्त राज्य अमेरिका )
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन 
स्थापना  - १ अप्रैल १९१९
 मुख्यालय - जेनेवा (स्विट्जरलैंड )
- खाद्य एवं कृषि संगठन
स्थापना - १९४५
मुख्यालय - रोम (इटली )
- अंतर्राष्ट्रीय परमाणु उर्जा अभिकरण (IAEA  ) 
स्थापना- जुलाई १९५७
मुख्यालय - वियना (ऑस्ट्रिया )
विश्व  व्यापार संगठन  
 स्थापना- १ जनवरी १९९५
मुख्यालय -  जेनेवा (स्विट्जरलैंड )
 विश्व स्वास्थ्य संगठन
स्थापना - १९४८
मुख्यालय - जेनेवा (स्विट्जरलैंड )
विश्व मौसम विज्ञान संगठन 
स्थापना - १९५०
मुख्यालय - जेनेवा (स्विट्जरलैंड )
विश्व बौद्धिक सम्पदा संगठन 
स्थापना - 1967
मुख्यालय -जेनेवा (स्विट्जरलैंड )
अंतर्राष्ट्रीय शरणार्थी संगठन 
स्थापना - १९५०
मुख्यालय - जेनेवा (स्विट्जरलैंड )   


 विश्व के वर्तमान महत्वपूर्ण अधिकारी 

मंगलवार, 7 अगस्त 2012

नवीन महत्वपूर्ण जानकारी

चन्द्रयान - २ :- वर्ष २०१३ में सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र से 'चंद्रयान -२ ' के प्रक्षेपण की तैयारियां भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान केंद्र (इसरो ) द्वारा की जा रही है . इसके सफल होने पर भारत भविष्य में मानव को चाँद पर सफलतापूर्वक उतार सकेगा . चंद्रयान-२ पर लगभग  425 करोड़  की लागत आयेगी . चंद्रयान -२ प्रोजेक्ट के हेड डॉ. अन्नादुरै माईलस्वामी है
शेन्झौउ -८  :- शेन्झौउ -८ उस मानव रहित अन्तरिक्ष यान का नाम है , जिसे गत 1 नवम्बर  २०११ में चीन ने गोबी मरुस्थल में स्थित जियुकन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से  प्रक्षेपित किया है . यह अन्तरिक्ष में ठहरने वाला अन्तरिक्ष यान है . 
डिजाइनर मिल्क - राष्ट्रिय डेयरी शोध संस्थान , करनाल (हरियाणा ) के   वैज्ञानिको ने स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद डिजायनर मिल्क तैयार कर लिया है . सामान्य दूध में फैट और लैक्टोज की मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकर होती है . डिजायनर मिल्क में फैट की मात्रा कम होगी और प्रोटीन ज्यादा होगा . 
नूरी :-  राष्ट्रिय डेयरी शोध संस्थान , करनाल (हरियाणा ) के   वैज्ञानिको ने पश्मीना भेड़ का दुनिया का पहला क्लोन तैयार किया है . जिसका नाम 'नूरी ' रखा है . गौरतलब है , कि इसी संस्थान ने कुछ समय पूर्व विश्व की पहली क्लोन भैंस 'गरिमा' को भी तैयार किया था . 
सागा २०२० :- यह देश का अब तक सबसे  तेज गति वाला सुपर  कम्प्यूटर  है , इसके निर्माण में इसरो ने विशेष योगदान दिया है . और इसे विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर में सतीश धवन सुपर कम्प्यूटिंग फेसिलिटी द्वारा तैयार किया गया है . यह कंप्यूटर 'ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट ' तकनीक पर आधारित है . इसका उपयोग अन्तरिक्ष अनुसन्धान में किया जायेगा . 
दुनिया का सबसे सस्ता टैबलेट-आकाश 
आकाश - यह दुनिया का सबसे सस्ता टैबलेट पीसी है , जिसे पिछले दिनों भारत में लांच किया गया है . इसकी कीमत  मात्रा ११०० रूपये है .आगामी दिनों में इसे मात्र ५०० रूपये में उपलब्ध कराया जायेगा .मानव विकास संसाधन विकास मंत्रालय के सुचना एवं प्रोद्यागिकी के जरिये शिक्षा के राष्ट्रिय मिशन (NMEICT  ) के तहत आई आई टी राजस्थान की साझेदारी से तैयार इस लैपटॉप को डाटा विंड लिमिटेड ने तैयार किया है . 
आह्वान   :- एड्स की रोकथाम के लिए भारत के ६ राज्यों - तमिलनाडू , कर्नाटक, आंध्र प्रदेश  , महाराष्ट्र , मणिपुर और नागालैंड में वर्ष २००३ में आह्वान नाम से प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी , जिसके अच्छे परिणाम आये है . इस प्रोजेक्ट को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फौन्डेशन से ३३८ मिलियन डालर की आर्थिक मदद मिली थी . 
विवेक एक्सप्रेस - १९ नवम्बर २०११ से विवेक एक्सप्रेस भारत की सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी बन गयी है . यह डिब्रूगढ़ (असोम ) से कन्याकुमारी (तमिलनाडु ) के मध्य ८२.३० घंटे में ४२८६ किमी. की यात्रा करती है . इससे पहले हिमसागर एक्सप्रेस सबसे ज्यादा दूरी जम्मू से कन्याकुमारी ३७१५ किमी. की तय करती थी .  
नम्मा मेट्रो  - नम्मा मेट्रो बंगलुरु में शुरू की गयी मेट्रो रेल सेवा का नाम है . इस सेवा में 'जापान इंटर नेशनल को -आपरेशन एजेंसी' सहयोग कर रही है .   my an other blog


 

बुधवार, 1 अगस्त 2012

महिलाओ के बढ़ते कदम : महत्वपूर्ण तथ्य

आज न सिर्फ भारत में , बल्कि  विश्व के अनेक देशो में महिलाओ की  स्थिति निरंतर सुधर रही  है . वे न केवल  सशक्त हो रही  है , वल्कि मुख्य धारा से भी  जुड़ रही है . यहाँ हम विविध  क्षेत्रो की ऐसी ही सफल महिलाओ का लेखा -जोखा प्रस्तुत कर रहे है , जो  प्रतियोगी परीक्षाओ की दृष्टि से महत्वपूर्ण है :-
# भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री - सुचेता  कृपलानी (उत्तर प्रदेश - १९६३ )
    अभी तक भारत में १४ महिलाएं मुख्यमंत्री बन चुकी है ,
   सईदा अनवर तैमूर (असोम ) १९८० में भारत की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री थी .
   मायावती (उत्तर प्रदेश ) भारत की पहली दलित महिला मुख्यमंत्री १९९५ में बनी थी . ये अब तक चार बार मुख्यमंत्री बन चुकी है .
 लगातार तीन बार मुख्यमंत्री बनने का गौरव  शीला दीक्षित  (दिल्ली ) को है .
   वर्तमान में शीला दीक्षित - दिल्ली , जयललिता - तमिलनाडु और ममता बनर्जी - पश्चिम बंगाल की            मुख्यमंत्री है .
# भारत की पहली महिला राज्यपाल - सरोजिनी  नायडू नायडू (उत्तर  प्रदेश )
  अभी तक भारत में १३ महिलाएं राज्यपाल बन चुकी है , जिसमे राजस्थान  की पहली महिला राज्यपाल प्रतिभा देवी पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी .  
# भारत की पहली महिला स्नातक कादम्बिनी गांगुली थी 
भारत की पहली महिला किसी उच्च न्यायालय  की जज - अन्ना चांडी (केरल )
  भारत की पहली महिला किसी उच्च न्यायालय  की मुख्य न्यायाधीश  - लीला सेठ ( हिमांचल प्रदेश )
भारत की पहली महिला किसी देश में नियुक्त राजदूत - विजय लक्ष्मी पंडित 
भारत की पहली महिला विश्व एथलेटिक्स में पदक पाने वाली - अंजू बोबी जार्ज 
भारत की पहली महिला एवरेस्ट पर चढ़ने  वाली - बछेंद्री पाल    
भारत की पहली महिला एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली - संतोष यादव 
भारत की पहली महिला इंग्लिश चैनल पर करने वाली - आरती साहा 
भारत की पहली महिला मिस यूनिवर्स बनने वाली - सुष्मिता सेन 
भारत की पहली महिला मिस वर्ल्ड बनने वाली - रीता  फारिया
भारत की पहली महिला पायलट - प्रेमा माथुर  
भारत की पहली महिला अशोक चक्र से सम्मानित होने वाली - कमलेश कुमारी 
भारत की पहली महिला लोकसभा सभा अध्यक्ष  - मीरा कुमार 
  भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री - इंदिरा गाँधी
भारत की पहली महिला भारत रत्न - इंदिरा गाँधी 
भारत की पहली महिला ओलम्पिक में पदक जीतने वाली - कर्णम मल्लेश्वरी   ( भारोत्तोलन में कांस्य , सिडनी २००० ) 
भारत की पहली महिला अन्तरिक्ष यात्री - कल्पना चावला 
भारत की पहली महिला विदेश सचिव  - चोकिला  अय्यर
भारत की पहली महिला राज्यसभा उपसभापति - नजमा हेपतुल्ला 
भारत की पहली महिला लोकसभा प्रतिपक्ष नेता - सुषमा स्वराज 
भारत की पहली महिला आई . पी. एस . अधिकारी  - किरण वेदी 
भारत की पहली महिला आई.  ऐ. एस. अधिकारी   - अन्ना जार्ज  
भारत की पहली महिला सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश - फातिमा बीबी 
भारत की पहली महिला केंद्रीय मंत्री - राजकुमारी अमृता कौर ( स्वास्थ्य मंत्री )
भारत की पहली महिला नोबल पुरस्कार सम्मानित - मदर टेरेसा  ( शांति के क्षेत्र में ) 
भारत की पहली महिला सांसद - राधाबाई सुबरायण 
भारत की पहली महिला साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता - अमृता प्रीतम 
भारत की पहली महिला ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता - आशापूर्णा देवी 
 भारत की पहली महिला उत्तरी  ध्रुव पर पहुचने वाली - प्रीती सेनगुप्ता  
भारत की पहली महिला अन्टार्क्टिका पर पहुचने वाली - मेहर  मूसा  
भारत की पहली महिला संयुक्त राष्ट्र साधारण सभा की अध्यक्ष - विजय लक्ष्मी पंडित 
भारत की पहली महिला बुकर पुरस्कार विजेता - अरुंधती राय (द गोड ऑफ़ स्माल थिंग्स पुस्तक के लिए ) 
भारत की पहली महिला चिकित्सक - कादम्बिनी  गांगुली  
भारत की पहली महिला सिनेमा अभिनेत्री - देविका रानी 
भारत की पहली महिला photo जर्नलिस्ट - होमी व्यरावाला 
भारत की पहली महिला ओलम्पिक में भाग लेने वाली - मेरी लीला रो (१९५२ )
भारत की पहली महिला एशियाई खेलो में पदक विजेता - कमल जीत संधू ( ४०० मी. दौड़ , 1970 में )
भारत की पहली महिला अर्जुन पुरस्कार विजेता - एन. लमस्दें    (१९६१- हाकी ) 
  भारत की पहली महिला रेमन मेगसेसे पुरस्कार विजेता - किरण वेदी  




  

शनिवार, 28 जुलाई 2012

ओलिम्पिक खेल : महत्वपूर्ण जानकारी

ओलिम्पिक खेल
खेल की दुनिया में प्रतियोगिताओं का सबसे बड़ा समारोह है ओलिम्पिक। इसकी प्रेरणा यूनान के पुराने खेल समारोहों से ली गई है जो ईसा से आठ सदी पहले से लेकर ईसा की चौथी सदी तक ओलिम्पिया में होते रहे। यानी तकरीबन बारह सौ साल तक ये खेल यूनान में हुए। दरअसल पुराने यूनान में सिर्फ ओलिम्पिक ही नहीं, चार खेल समारोह होते थे।
1.ओलिम्पिक, जो ओलिम्पिया में हर चार साल बाद होते थे।
2.पायथियन गेम्स जो डेल्फी में हर चार साल बाद होते थे। इन खेलों का ओलिम्पिक खेलों से दो साल का अंतराल होता था।
3.नीमियन गेम्स, जो नीमिया में होते थे।
4.इस्थमियन गेम्स, जो कोरिंठ शहर में होते थे।
नीमियन और इस्थमियन खेल दो साल के अंतराल में होते थे। यानी ओलिम्पिक और पायथियन गेम्स के बीच के साल में। इस तरीके से एक ओलिम्पक से दूसरे ओलिम्पिक तक हर साल खेल समारोह होते थे। इस चार साल के समय चक्र को ओलिम्पियाड कहते थे। और इन चारों खेलों को पैन हैलेनिक गेम्स कहा जाता था।
इन पुराने खेलों की परम्परा में आधुनिक खेलों को जन्म देने का श्रेय फ्रांस के शिक्षाशास्त्री पियरे द कूबर्तिन को जाता है। पेरिस में जन्मे कूबर्तिन शाही परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनकी दिलचस्पी शिक्षा के साथ-साथ इतिहास में भी थी। और पुराने यूनान के विवरण उन्हें रोमांचित करते थे। संयोग से कूबर्तिन 1883 में ब्रिटेन के प्रसिद्ध रग्बी स्कूल में गए, जिसे प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री टॉमस आरनल्ड ने स्थापित किया था। इस स्कूल में शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रम से वे खासे प्रभावित हुए। धीरे-धीरे उन्होंने शारीरिक शिक्षा के एक दर्शन को विकसित किया, जिसमें एथेंस के पुराने जिम्नेज़ियमों से प्रेरणा ली। खेलों का सामाजिक विकास से एक रिश्ता उन्होंने जोड़ा।
ओलिम्पिक खेलों को शक्ल देने का श्रेय ब्रिटेन के सर्जन, मजिस्ट्रेट और शिक्षाशास्त्री डॉ विलियम पेनी ब्रुक्स को भी दिया जाना चाहिए, जो पाठ्यक्रम में शारीरिक शिक्षा को जगह दिलाने के लिए जद्दो-ज़ेहद कर रहे थे। 1890 में दोनों की मुलाक़ात हुई और 1894 में कूबर्तिन ने अंतरराष्ट्रीय कमेटी (आईओसी) की स्थापना की। और 1896 में एथेंस में पहले ओलिम्पिक खेल हुए। वस्तुतः आधुनिक ओलिम्पिक खेलों का काफी श्रेय डॉ विलियम पेनी ब्रुक्स को दिया जाना चाहिए क्योंकि उनकी प्रेणा से श्रॉपशर, इंग्लैंड में सन 1850 से वैनलॉक ओलिम्पियन सोसायटी एनुअल गेम्स चल रहे थे, जिसकी परम्परा आज भी जीवित है। इसीलिए लंदन के ओलिम्पिक खेलों में जो दो मैस्कट हैं उनमें एक का नाम वैनलॉक है।  
ओलिम्पिक खेलों के बाकी इतिहास पर जाने के पहले यह बताना ज़रूरी है कि आज चार तरीके के ओलिम्पिक खेल होते हैं। एक गर्मियों के ओलिम्पिक, दूसरे सर्दियों के ओलिम्पिक, एक पैरालिम्पिक, यानी शारीरिक रूप विकल खिलाड़ियों के ओलिम्पिक और एक यूथ ओलिम्पिक। सर्दियों के ओलिम्पिक खेल 1924 से शुरू हुए हैं। यूथ ओलिम्पिक भी गर्मियों और सर्दियों के अलग-अलग होते हैं। इनकी शुरूआत हाल में हुई है। पहले यूथ ओलिम्पिक खेल सन 2010 में सिंगापुर में हुए थे और पहले यूथ विंटर ओलिम्पिक इस साल जनवरी में इंसब्रुक, ऑस्ट्रिया में हुए। दूसरे ग्रीष्मकालीन ओलिम्पिक 2014 में नानजिंग, चीन में और 2016 के शीतकालीन ओलिम्पिक 2016 में लिलेहैमर, नॉर्वे में होंगे। पैरालिम्पिक खेल ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन खेलों के साथ ही होते हैं। इनकी शुरूआत 1948 में हुई। पैरालिम्पिक खेल आयोजित कराने के लिए आईपीसी नाम की संस्था अलग है। शीतकालीन खेल मूलतः बर्फीली सतह पर खेले जाने वाले खेल होते हैं।  
आईओसी की स्थापना 23 जून 1894 को हुई। इसके पहले अध्यक्ष थे यूनान के देमेत्रियोस विकेलास। 1896 में खुद कूबर्तिन इसके अध्यक्ष बने और वे 1925 तक इसके अध्यक्ष रहे। इसका मुख्यालय लाउज़ाने, स्विट्ज़रलैंड में है। इन दिनों इसके अध्यक्ष हैं याकस काउंट रोग। ओलिम्पिक खेलों के संचालन के लिए एक ओलिम्पिक चार्टर है जिसमें इसके नियमो की व्याख्या की गई है। इस चार्टर में अबतक अनेक संशोधन भी हुए हैं। ओलिम्पिक खेलों में दुनियाभर के देश शामिल होते हैं। इस वक्त 205 देशों की ओलिम्पिक समितियाँ आईओसी से मान्यता प्रापित हैं।  आईओसी में 105 सक्रिय सदस्य हैं और 32 मानद। इसके सदस्यों की संख्या ज्यादा से ज्यादा 115 हो सकती है। इनका कार्यकाल आठ साल का होता है और वे भविष्य में भी चुने जा सकते हैं। आईओसी की कामकाज की भाषा अंग्रेजी और फ्रेंच है।
ओलिम्पिक गीत
1896 के ओलिम्पिक खेल शुरू होने पर एक गीत गाया गया था। ग्रीक कवि कोस्टिस पलामास के लिखे और संगीतकार स्पाइरिडॉन समारास के संगीतबद्ध इस गीत को उसी वक्त ओलिम्पिक गीत घोषित नहीं किया। 1957 में आईओसी ने इसे ओलिम्पिक गीत के रूप में स्वीकार किया। इसके बाद हरेक ओलिम्पिक खेल में एक स्थानीय ओलिम्पिक गीत भी शामिल होने लगा है।  
ओलिम्पिक खेल शुरूआत में पूरी तरह शौकिया खेल थे, पर 1986 से चार्टर में बदलाव करके पेशेवर खिलाड़ियों को भी हिस्सा लेने की अनुमति दे दी गई है।
ओलिम्पिक प्रतीक
ओलिम्पिक खेलों का सूत्रवाक्य है सिटियस, एल्टियस, फोर्टियस। इन लैटिन शब्दों का अंग्रेजी में अर्थ है फास्टर, हायर एंड स्ट्रांगर। माने तीव्रतर, उच्चतर और दृढ़तर। यानी नई से नई सीमाएं पार करो।
ओलिम्पिक खेलों का प्रतीक चिह्न है पाँच रंगों के पाँच वृत्त जो एक-दूसरे से जुड़े हैं। सफेद पृष्ठभूमि पर नीले, पीले, काले, हरे और लाल रंग के पाँच वृत्त दुनिया के पाँच महाद्वीपों प्रतिनिधित्व भी करते हैं। इन वृत्तों की रचना स्वयं कूर्बतिन ने 1912 में की थी, पर इन्हें आधिकारिक रूप से ओलिम्पिक चिह्न बनाने में समय लगा और पहली बार 1920 के एंटवर्प खेलों में इन्हें ओलिम्पिक ध्वज में जगह मिली। इस झंडे को आज भी एंटवर्प फ्लैग कहा जाता है।
पहले ओलिम्पिक खेल
6 से 15 अप्रेल 1896 को एथेंस के पैनाथेनिक स्टेडियम में पहले ओलिम्पिक खेल हुए थे। इन खेलों में 14 देशों के 241 एथलीटों ने हिस्सा लिया। नौ खेलों की कुल 43 प्रतियोगिताएं इसमें हुईं। ये खेल थे एथलेटिक्स, सायकिलिंग, फेंसिंग, जिम्नास्टिक्स, शूटिंग, स्विमिंग, टेनिस, वेट लिफ्टिंग और कुश्ती। उस वक्त एक सलाह दी गई कि एथेंस को स्थायी रूप से ओलिम्पिक खेलों के आयोजन का काम दे दिया जाए, पर आईओसी ने इस विचार को स्वीकार नहीं किया और दूसरे खेल सन 1900 में पेरिस में करने का फैसला किया गया। जहाँ एथेंस में 14 देशों के 241 एथलीटों ने हिस्सा लिया वहीं 2008 के पेइचिंग ओलिम्पिक में 204 देशों के 10500 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
1896 के पहले ओलिम्पिक खेलों में स्त्रियों को भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई। फिर भी स्तामाता रेविती नाम का एक स्त्री ने 11 अप्रेल को मैराथन दौड़ के उस मार्ग में पूरी दौड़ लगाई जिसपर पहले पुरुष दौड़ चुके थे। 17 महीने के बेटे की माँ रेविती को स्टेडियम में प्रवेश नहीं दिया गया, पर उसने आसपास ख़ड़े लोगों से दस्तखत कराए कि उसने पाँच घंटे और तकरीबन तीस मिनट में वह दौड़ पूरी की। उस दौड़ के कागज़ात आज नहीं मिलते, पर रेविति ने अपना नाम अमर कर दिया। सन 1900 में पेरिस में हुए ओलिम्पिक खेलों में महिलाओं को भी भाग लेने की अनुमति दे दी गई। उन खेलों में 20 महिलाओं ने हिस्सा लिया।
ओलिम्पिक खेलों के पहले यूनान से आयोजन स्थल तक मशाल लाने की शुरूआत 1936 के बर्लिन गेम्स से हुई। खेल शुरू होने के महीनों पहले ओलिम्पिया में प्राचीन खेल स्थल पर सौर किरणों की मदद से एक मशाल जलाई जाती है। इस मशाल को दुनियाभर के खिलाड़ी, राजनेता, सेलेब्रिटी और सामान्य लोग लेकर जाते हैं और अंततः यह आयोजन स्थल तक पहुँचती है।
खेलों की सूची
ओलिम्पिक खेलों में कुछ खेल हट जाते हैं और कुछ नए खेल आ भी जाते हैं। मसलन पोलो और रस्साकशी अब इनका हिस्सा नहीं हैं। टेनिस और आर्चरी लम्बे समय तक इनमें शामिल नहीं रहे, पर अब इनकी वापसी हो गई। यों 35 खेलों की 400 के आसपास प्रतियोगिताएं स्वीकृत हैं। पर सभी प्रतियोगिताएं हरेक ओलिम्पिक में नहीं होतीं।
The 2012 Summer Olympic program features 26 sports and a total of 39 disciplines:
1.Aquatics: Diving (8), Swimming (34), Synchronized swimming (2), Water polo (2)
2.Archery (4)
3.Athletics (47)
4.Badminton (5)
5.Basketball (2)
6.Boxing (13)
7.Canoeing: Sprint (12), Slalom (4)
8.Cycling : BMX (2), Mountain biking (2), Road (4), Track (10)
8. Equestrian : Dressage (2), Eventing (2), Jumping (2)
10. Fencing (10)
11. Field hockey (2)
12. Football (2)
13. Gymnastics: Artistic (14), Rhythmic (2), Trampoline (2)
14. Handball (2)
15.Judo (14)
16. Modern pentathlon (2)
17. Rowing (14)
18. Sailing (10)     
19.Shooting (15)
20. Table tennis (4)
21. Taekwondo (8)
22. Tennis (5)
23. Triathlon (2)
24: Volleyball : Volleyball (2), Beach volleyball (2)
25. Weightlifting (15)
26. Wrestling: Freestyle (11), Greco-Roman (7)
मैराथन दौड़
सन 2010 में ग्रीस ने मैराथन दौड़ के ढाई हज़ार साल पूरे होने पर समारोह किया था। ईपू सन 490 में फारस की सेना के साथ एथेंस की सेना का मैराथन में युद्ध हुआ था। इस युद्द में विजय की सूचना देने के लिए फिडीपीडस नाम के संदेशवाहक ने तकरीबन 240 किलोमीटर लम्बी दौड़ लगाई थी। विजय संदेश देने वाला वह संदेशवाहक मर गया, पर उसकी याद में यह सबसे लम्बी दौड़ आज भी चल रही है। आज इसकी मानक दूरी 42.195 किलोमीटर यानी 26 मील 385 गज है।
एथलेटिक्स
आपने एथलेटिक्स के स्टेडियम पर ध्यान दिया होगा तो वह दो हिस्सों में मिलेगा। उसमें एक साथ कई प्रतियोगिताएं चलतीं हैं। इसका हिस्सा ट्रैक होता है, जो मैदान के चारों ओर ओवल की शक्ल में होता है। इसमें शॉर्ट डिस्टेंस, मिडिल डिस्टेंस और लांग डिस्टेंस की रेस होती हैं। रेस में हर्डल्स और रिले रेस भी होती हैं। बीच में फील्ड के ईवेंट होते हैं, जिनमें थ्रो और जम्प होते हैं। थ्रो में जेवलिन, डिस्कस, गोला और तारगोला फेंक प्रतियोगिताएं होतीं हैं। इसके अलावा जम्प होते लांग जम्प, ट्रिपल जम्प और हाई जम्प वगैरह। एथलेटिक्स में वॉक होती है और डिकेथलन और पेंटाथलन प्रतियोगिताएं भी होती हैं।
कहाँ-कहाँ हुए ओलिम्पिक खेल
1896 - Athens, Greece
1900 - Paris, France
1904 - St. Louis, United States
1908 - London, United Kingdom
1912 - Stockholm, Sweden
1916 - Scheduled for Berlin, Germany*
1920 - Antwerp, Belgium
1924 - Paris, France
1928 - Amsterdam, Netherlands
1932 - Los Angeles, United States
1936 - Berlin, Germany
1940 - Scheduled for Tokyo, Japan*
1944 - Scheduled for London, United Kingdom* 1948 - London, United Kingdom
1952 - Helsinki, Finland
1956 - Melbourne, Australia
1960 - Rome, Italy
1964 - Tokyo, Japan
1968 - Mexico City, Mexico
1972 - Munich, West Germany (now Germany)
1976 - Montreal, Canada
1980 - Moscow, U.S.S.R. (now Russia)
1984 - Los Angeles, United States
1988 - Seoul, South Korea
1992 - Barcelona, Spain
1996 - Atlanta, United States
2000 - Sydney, Australia
2004 - Athens, Greece
2008 - Beijing, China
2012 - London, United Kingdom
2016 - Rio de Janeiro, Brazil
2020 - Candidate host cities: Istanbul, Tokyo, or Madrid (host city to be selected September 2013)
                       
World Wars led to the cancellation of the 1916, 1940, and 1944 Games. Large boycotts during the Cold War limited participation in the 1980 and 1984 Games.
साभार -  http://gyaankosh.blogspot.in
 

शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

एशिया महाद्वीप : महत्वपूर्ण तथ्य

विश्व में एशिया की स्थिति
#  एशिया शब्द की उत्पत्ति हिब्रू भाषा के आसू शब्द से हुई है . जिसका शाब्दिक अर्थ उदित सूर्य होता है . पुरे विश्व में सबसे पहले सूर्य उदय एशिया (जापान को उगते सूर्य का देश कहते है  ) में ही होता है .
# एशिया को " सभ्यताओ का पालना "  कहते है , क्योंकि प्राचीन विश्व की कई सभ्यताएं यही पली जैसे - सुमेरियाई सभ्यता , मेसोपोटामिया सभ्यता (ईराक ) , चीन की सभ्यता , सिन्धु  घाटी सभ्यता , फारस (ईरान) की सभ्यता , अरब सभ्यता आदि .
# एशिया को " सभी धर्मो का जन्मस्थान"  कहा जाता है . एशिया में हिन्दू  (भारत में  ) ,पारसी (ईरान में ), यहूदी (इजराईल में ) , ईसाई (इजराईल में ), इस्लाम  (अरब में ) . कन्फ्युसियास (चीन में ) , शिन्तो  (जापान में ), बौद्ध , जैन , सिख (भारत में ) आदि जन्मे है .
# एशिया क्षेत्रफल ( विश्व का ३० % ) और जनसंख्या ( विश्व का ६० % )  में विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है .
 # एशिया  में विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत - हिमालय  ,
एशिया  में विश्व का  सबसे ऊँचा  शिखर  - माउंट एवरेस्ट
 एशिया  में विश्व का सबसे ऊँचा पठार - तिब्बत का पठार,
 एशिया  में विश्व की  सबसे ऊँची खरे पानी की झील - पैगांग झील (तिब्बत ),
एशिया  में विश्व की   सबसे गहरी गर्त - मैरियाना गर्त ( फिलिपीन्स के पास प्रशांत महासागर में ), 
एशिया  में विश्व की   सबसे बड़ी झील - कैस्पियन सागर ,
एशिया  में विश्व का  सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान - मोसिनराम ( मेघालय , भारत ) ,
एशिया  में विश्व का  सबसे लम्बा प्लेटफार्म - खड़कपुर ,
 एशिया  में विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा - सुंदरबन डेल्टा ( भारत- बंगलादेश ) ,
एशिया  में विश्व का  सर्वाधिक जनसँख्या वाला देश - चीन ,
एशिया  में विश्व की   सबसे अधिक घनी आबादी वाला देश - सिंगापूर ,
एशिया  में विश्व का  सबसे बड़ा लोकतंत्र  - भारत , 
एशिया  में विश्व का सबसे अधिक नदियों वाला देश - भारत ,
एशिया  में विश्व का  सबसे अधिक नहरों वाला देश - पाकिस्तान ,
एशिया के  देश
एशिया  में विश्व का  सबसे अधिक गेंहू / चावल / तम्बाकू उत्पादन वाला देश - चीन ,
 एशिया  में विश्व का सबसे अधिक चाय/गन्ना/ शक्कर/ दूध /साब्जियाँ / आम  के उत्पादन वाला देश - भारत ,
एशिया  में विश्व का  सबसे अधिक जलयान बनाने वाला देश - जापान ,

एशिया  में विश्व का  सबसे अधिक समाचारपत्र पढने वाला देश - हांगकांग,
एशियाई संस्कृति के कई रंग !
एशिया  में विश्व का सबसे अधिक द्वीपों वाला देश - इंडोनेशिया (लगभग १३,००० ) ,

गुरुवार, 26 जुलाई 2012

पढने में मन क्यों नही लगता है ?

प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी करने वाले प्रतियोगियों की सबसे आम समस्या है , पढने में मन न लगना . इसका सबसे बड़ा कारण है एकाग्रता की कमी . अमेरिकी मनोवैज्ञानिक अर्नेस्ट वुड अपनी पुस्तक " Concentration  " में एकाग्रता के बारे में बहुत शोधपूर्ण विचार व्यक्त किये है . लेकिन हम उस पुस्तक के उन अंशो की चर्चा करेंगे  जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है .अर्नेस्ट वुड ने एकाग्रता के पांच शत्रु बताये है .
आलस्य - एकाग्रता का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य होता है . आलस्य से इन्द्रियों की क्षमता कम होती है , ये मन या दिमाग की सजगता को कम कर देता है . और मन में उत्साह की कमी के कारण हताशा का भाव उत्पन्न होने  लगता है .
निरर्थक बोलना - एकाग्रता का दूसरा शत्रु निरर्थक बोलना है  . यदि हम इस बात पर ध्यान दे कि हम दिन भर क्या रहे है , तो जानेंगे कि  हमारी अधिकतर बातें उद्देश्यहीन होती है . फ़िल्मी चर्चा, गपशप और पर निंदा आदि इसी श्रेणी में आती है . इससे   ऊर्जा तो बर्बाद होती है ही  , साथ ही एकाग्रता करना मुश्किल हो जाता है .
निरर्थक विचार - हम बाहर बोलना भी बंद करदे लेकिन मन में निरर्थक चलते है , वह तो और भी घातक है . विचार सीधे मन पर ही प्रभाव डालते है. निरुद्देश्य विचार एकाग्रता को पूरी तरह नष्ट कर देते है . घर बैठ कर टी वी देखना . कंप्यूटर/ मोबाइल पर गेम्स खेलना , सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर समय बिताना , फ़िल्मी गाने सुनना भी निरर्थक विचारो को बढ़ावा देते है . 
निरर्थक क्रिया - एकाग्रता का चौथा शत्रु है , निरर्थक क्रिया . हमारी आदतों में कई ऐसी निरर्थक बातें आ जाती है , जिनका कोई अर्थ या उपयोग नही होता है . जैसे  - बार- बार बालों पर हाथ फेरना, गर्दन हिलाना , हाथ या पैर हिलाना , बार-बार कपड़ो को सही करना आदि . इन क्रियाओ का कोई उद्देश्य या उपयोग नही है . इन क्रियाओ से ऊर्जा का व्यर्थ अपव्यय होने के साथ ही मन को भी ये अश्थित कर देती है .इन आदतों को स्वयं के निरिक्षण से या मित्रो के सहयोग से पहचान कर इनसे मुक्ति पा सकते  है  .अगर  मित्र हमें टोकने लगेुछ  समय में ही इनसे हम मुक्त  हो सकते है .
लोभ या ईर्ष्या - मन में जब प्राप्ति की तीव्र इच्छा होती है , तब उसे लोभ कहते है , और जब किसी से जलन होने लगे  तो उसे ईर्ष्या कहते है . दोनों मन के विकार है . ये सभी एकाग्रता में बाधा डालते है . वर्तमान में फैशन का आकर्षण भी मन में लोभ और ईर्ष्या का कारण बनता है मन भी अस्थिर होने लगता है .
आसक्ति या लगाव - एकाग्रता का अंतिम शत्रु है , आसक्ति या लगाव . अर्नेस्ट वुड कहते है कि इश्वर के अलावा अन्य किसी वास्तु या व्यक्ति में अत्यधिक लगाव भी एकाग्रता में बाधक होता है . आसक्ति से मन उस वास्तु या व्यक्ति में लगा रहता है . पढाई करते समय इन संकुचित विचारो का प्रवाह चलता रहता है . और मन कि एकाग्रता भंग हो जाती है .  
           यदि हम एकाग्रता के इन शत्रुओ  को हरा  कर  सफल परीक्षार्थी बनना चाहते है , तो हमें अपने पुरे व्यक्तित्व को बदलने के लिए तैयार रहना होगा .
साभार - परीक्षा दे हँसते हँसते
           (  मुकुल कानिटकर )
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