बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

इन्टरनेट और परीक्षा की तैयारी





आज प्रतियोगी परीक्षाओं में पहले की तुलना में गलाकाट प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है।  हालाँकि इन्टरनेट और एंड्राइड मोबाइल की वजह से पाठ्य सामग्री की बहुलता तो हो गयी है , लेकिन यही बहुलता तो समस्या हो गयी है।  अक्सर इन्टरनेट के माध्यम से मिलने वाली जानकारी की सत्यता संदिग्ध रहती है।  और सोशल साइट्स जैसे फेसबुक और व्हाट्स एप्प जैसे माध्यमों ने तो सिरदर्द भी बढ़ दिया है।  इन की वजह से से तो पढाई में मन लगने की जगह भटकने लगा है।  लेकिन सफलता पाने के लिए आज इन्टरनेट जैसे शक्तिशाली माध्यम को नकारना भी सही नही है।  अब सवाल ये आता है , कि इनका सदुपयोग कैसे किया जाये ?
सबसे पहले एक नई सिम कार्ड ले , जिसका नंबर सिर्फ उन्ही लोगों को दिया जाये , जो आपकी पढाई में बाधक न हो , व्यर्थ का समय बर्बाद न करे  .
फेसबुक पर व्यर्थ समय न गंवाए।  हो सके तो फेसबुक पर  ग्रुप या पेज से जुड़े जो आपकी पढाई में सहायक हो।  व्हाट्स एप्प में व्यर्थ के ग्रुप में न जुड़े , इसका उपयोग सिर्फ अपने नोट्स या पाठ्य सामग्री शेयर करने में और ज्ञानवर्धक चर्चा करने में करें।
इन्टरनेट से ज्यादा अपनी किताबों और नोट्स पर भरोसा करें।
इन्टरनेट का प्रयोग तभी करें , जब बहुत ज्यादा जरुरी हो , या आप बिलकुल फुरसत में हो।
अक्सर ज्यादा इन्टरनेट की आदत आपको सामान्य पढाई से दूर कर सकती है , जबकि अभी भी हमारे देश अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाएं सामान्य पद्धति से ही होती आई।  अतः कोशिश करें इन्टरनेट का काम से काम प्रयोग करें। आजकल यूट्यूब पर बहुत सारे ट्यूटर चैनल चल रहे है । इनमे कुछ चैनल में बढ़िया जानकारियां मिलती है , तो कुछ में भ्रामक जानकारियां मिलती है । इसके साथ ही आजकल इनपर बार बार आने वाले विज्ञापन तल्लीनता को भंग करते है । अगर हम सही यूट्यूब चैनल पर है , तब तो ठीक है।  लेकिन अगर किसी भ्रामक चैनल पर है , तो सही की जगह गलत चीजे सीख सकते है । सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात ये है , कि इंटरनेट पर उपलब्ध कोई भी जानकारी प्रमाणित होने की सम्भावना कम ही होती है।  अतः इंटरनेट के बजाय अपनी किताबों , नोट्स और शिक्षक पर ज्यादा भरोसा करें।         

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